Rajasthan: कोटा में पहली बार 51 कुंडीय महालक्ष्मी यज्ञ का आयोजन, डाली जाएंगी डेढ़ करोड़ आहुतियां
Rajasthan News: कोटा के श्रीनाथपुरम डी स्थित शिव ज्योति कॉन्वेंट स्कूल में कोटा शहर के प्रथम 51 कुंडीय महालक्ष्मी यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इसमें डेढ़ करोड़ आहुतियां दी जाएंगी.
Kota News: कोटा (Kota) के श्रीनाथपुरम-डी स्थित शिव ज्योति कॉन्वेंट स्कूल में प्रथम चार दिवसीय 51 कुंडीय महालक्ष्मी यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इसके आयोजक रमेश चंद गुप्ता ने बताया कि यह पूरा कार्यक्रम निशुल्क रहेगा, जिसमें सभी की भागीदारी अपेक्षित है. 19 जून को प्रात: 7 बजे शिव ज्योति कान्वेंट महावीर नगर से कलश यात्रा प्रारंभ होकर यज्ञ स्थल श्रीनाथपुरम-डी तक जाएगी.
उन्होंने बताया कि कलश धारण करने वाली महिलाएं यात्रा के बाद कलश नारियल ले जाकर उसे अपने घर में सुख-समृद्धि के लिए स्थापित कर सकेंगी. कलश यात्रा के लिए लगभग 2000 रजिस्ट्रेशन आ चुके हैं. यज्ञ में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है. 19 जून को निकलने वाली इस कलश यात्रा के लिए 10 हजार महिलाएं कलश यात्रा में शामिल होंगी. 51 कुंडिय यज्ञ में लगभग डेढ़ करोड़ आहुतियां दी जाएंगी.
50 हजार लोगों का होगा हर दिन भोजन
रमेश चंद गुप्ता ने बताया कि महालक्ष्मी यज्ञ की सफलता के लिए और इसके लाभ दूरदराज के लोगों को भी मिल सके और कार्य सुचारू रूप से किया जा सके, इसके लिए शहर में अनेक समितियां बनाई गई है. कलश यात्रा के लिए महिलाओं को लाने और उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की सुविधा भी रहेगी. चारों दिन भंडारे में लगभग 50,000 से अधिक लोग प्रसादी ग्रहण कर सकेंगे. हवन में बैठने वालों को पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा.
यज्ञ से भगवान राम की उत्पत्ति हुई
उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति में यज्ञ का बहुत बड़ा महत्व है. वेद, पुराण और गीता यज्ञ की महिमा से भरे पड़े हैं. भगवान राम की उत्पत्ति यज्ञ से ही हुई थी. यज्ञ से ही मनुष्य का संपूर्ण विकास होता है. वर्तमान में कोरोना के बाद संपूर्ण विश्व में हाहाकार मचा रहा. उससे राहत के लिए भी यज्ञ किए गए. अत: संपूर्ण विश्व के साधकों को राहत देने के लिए ही 51 कुंडी महालक्ष्मी यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है.
उन्होंने जनता से निवेदन करते हुए कहा कि कि इस यज्ञ में भाग लेकर स्वयं का कल्याण और आने वाली पीढ़ी को संस्कारित करें. बता दें महालक्ष्मी यज्ञ के लिए शहर की अनेक संस्थाओं का सहयोग भी मिल रहा है.
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