Kota News: मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बरसात से जहां जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, वहीं कोटा (Kota) संभाग के झालावाड़ (Jhalawar) क्षेत्र में भी लगातार बरसात होने से चम्बल और उसकी सहायक नदियां विकराल रूप ले चुकी हैं. गांधी सागर बांध (Gandhi Sagar Dam) के कैचमेंट एरिया में हुई भारी बारिश के चलते यहां एक दिन में ही 7 फीट से ज्यादा पानी आ गया है. लगातार हो रही बरसात के कारण गांधी सागर बांध में करीब साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी की आवक हो रही है. वहीं यहां से 95 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है.
गांधी सागर बांध के पांच स्लूज गेट ओपन किए गए हैं. वहीं राणा प्रताप सागर बांध में पानी को रोका जा रहा है. कोटा संभाग और आसपास के क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया गया है. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी राणा प्रताप सागर बांध, जवाहर सागर और कोटा बैराज से पानी की निकासी नहीं की जाएगी. वर्तमान में आरपीएस (राणा प्रताप सागर) डैम का लेवल 1144.46 फीट है, जबकि इसका फुल गेज 1157.50 फीट है. ऐसे में अभी यह 13 फीट खाली है, जिसे फुल किया जाएगा.
काली सिंध से छोड़ा जा रहा 71 हजार क्यूसेक पानी
झालावाड़ जिले में पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से जिले में सभी डैम और तालाब लबालब हो गए हैं और कालीसिंध डैम के भी पांच गेट खोलकर 71 हजार क्युसेक छोड़ा जा रहा है. गेटों को 20 मीटर ऊंचाई तक खोलकर पानी की निकासी की जा रही है. साथ ही लगातार सायरन बजाकर लोगों को आगाह किया रहा है कि डैम के किनारे न जाएं खतरा बढ़ गया है. प्रशासन ने जिले भर में अलर्ट जारी कर रखा है.
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने आमजन से अपील की है. उन्होंने कहा कि डैम के किनारों न जांए. घरों में सुरक्षित रहें. साथ ही सभी अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के दिए निर्देश दिए हैं. वहीं बारिश को लेकर भी जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. बता दें मौसम विभाग ने भी अगले 24 घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया है.