Rajasthan News: राजस्थान के कोटा (Kota) में एक कोचिंग छात्रा अपने ही परिवार को धोके में रखती रही और कहती रही की वह कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही है. माता-पिता ने भी उसकी बातों पर विश्वास कर लिया और वह उसे खर्चा भेजते रहे, लेकिन जब छात्रा ने अपने ही किडनैपिंग की झूठी कहानी रची, तो सच्चाई सामने आई. कोटा पुलिस ने अब छात्रा को ढूंढकर पूरे मामले का खुलासा किया है.


खुद की किडनैपिंग की साजिश रचने वाली छात्रा और उसके दोस्त को कोटा पुलिस ने पकड़ लिया है. शहर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अमृता दुहन ने बताया कि थाना विज्ञान नगर में छात्रा धाकड़ की किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज हुई थी. छात्रा धाकड़ की तलाश में गठित टीम ने इंदौर पुलिस की सहायता से उसे इंदौर से पकड़ा है.  एसपी अमृता दुहन ने बताया कि कव्या धाकड़ 3-5 अगस्त 2023 तक कोटा में थी.


इसके बाद वह इंदौर चली गई, जहां रहकर वह पढ़ाई करती रही और माता-पिता को कोटा में ही रहने की जानकारी दी. कोटा के एक निजी कोचिंग संस्थान के नाम से मैसेज भी माता-पिता को भेजती रही. इंदौर में सही तैयारी न होने के कारण छात्रा को लगा कि उसका सलेक्शन नीट में नहीं हो पायेगा. ऐसे में अगर नीट में सलेक्शन नहीं हुआ, तो माता-पिता से डांट खानी पड़ेगी.


यूट्यूब से देखकर बनाया पूरा प्लान
इस बीच उसने यूट्यूब चैनल के माध्यम से जाना कि रूस में करीब 30 लाख में एमबीबीएस की पढ़ाई हो जाती है, तो उसने अपने दोस्त ब्रजेश प्रताप और हर्षित यादव के साथ मिलकर अपने पिता से रुपये ऐंठने का प्लान बनाया. इसके बाद उसने अपने किडनैपिंग की झूठी कहानी बनाकर इंदौर में ही अपने दोस्त ब्रजेन्द्र प्रताप के कमरे में फेक वीडियो बना लिया.


छात्रा ने जांच में पुलिस को बताया कि उसे पता था कि उसके पिता ने हाल ही में प्लॉट का बेंचा है, इसलिए वह किडनैपिंग की बात सुनकर खउद ही रुपये दे देगें. प्लान के अनुसार छात्रा धाकड़ और उसके दोस्त हर्षित यादव और ब्रजेन्द्र प्रताप 16 मार्च 2024 को रात को रवाना होकर जयपुर चले गए. यहां प्लान के अनुसार 17 मार्च 2023 को होटल में ठहरे और 18 मार्च को छात्रा ने नया सिम लेकर अपने पिता को अपने दोस्तों से अपने किडनैप हो जाने की जानकारी देते हुए 30 लाख की मांग की. साथ ही अपने हाथ पैर बंधे और चोट लगी हुई फोटो भेजी.


इंदौर से पहुंचे अमृतसर
वहीं जब पिता ने एसीपी को सूचना देने की बात कही, तो कुमारी छात्रा डर गई और अपने दोनों दोस्तों के साथ जयपुर से रवाना होकर इंदौर आ गई. इसके बाद कोटा पुलिस टीम के इंदौर आने और मामला मीडिया में हाईलाइट होने की बजह से वह अपने दोस्त हर्षित यादव के साथ 19 मार्च को इंदौर से ट्रेन से चंडीगढ होते हुए अमृतसर पहुंच गई. यहां उन्होंने 6 दिन स्वर्ण मंदिर गुरुद्वारे में बिताया और लंगर खाया.


वहीं खत्म होने के कारण फिर दोनों 28 मार्च को अमृतसर से रवाना होकर इंदौर आ गए, जहां देव गुराडिया इलाके में किराए पर कमरा लेकर रहने लग गए. इसके बाद कोटा पुलिस टीम ने इंदौर पुलिस की सहायता से छात्रा और उसके दोस्त हर्षित यादव को अब पकड़ा है. इस मामले में दोनों से पूछताछ कर आगे की जांच जारी है.