Rajasthan: कोटा में एक और स्टूडेंट ने उठाया खौफनाक कदम, 12वीं मंजिल से कूदकर छात्रा ने की आत्महत्या
Suicide Case in Rajasthan: इस साल कोटा में अब तक 15 स्टूडेंट्स ने खुदकुशी कर ली. आज फिर कोटा में 12वीं की छात्रा ने खौफनाक कदम उठाया. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है.
Kota News Today: राजस्थान के कोटा शहर में एक युवती ने कथित तौर पर 12वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर लिया. इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
यह घटना कोटा शहर के जवाहर नगर थाना क्षेत्र का है, जहां मंगलवार (17 सितंबर) की रात एक युवती ने कथित तौर पर 12वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर लिया. पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतका 12वीं कक्षा में पढ़ती थी. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया.
मृतका के पिता पेशे से हैं डॉक्टर
इस घटना के संबंध में थाना प्रभारी हरिनारायण शर्मा ने बताया कि युवती की पहचान जिया खंडेलवाल (19) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि मृतका 12वीं कक्षा में पढ़ती थी. उसके पिता पेशे से चिकित्सक हैं और वह अपना नर्सिंग होम चलाते हैं.
थाना प्रभारी हरिनारायण शर्मा ने बताया कि बुधवार (18 सितंबर) को मृतका के शव पोस्टमार्टम करवाया गया और फिर अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंप दिया गया है. युवती के इस खौफनाक कदम से एक बार फिर कोटा में छात्र- छात्राओं के आत्महत्या के मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है.
पुलिस सभी पहलुओं पर कर रही जांच
कोटा शहर के पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार टेलर ने बताया कि युवती के परिजनों से बातचीत के बाद ही आत्महत्या के कारणों के बारे में पता चल पायेगा. उन्होंने आगे बताया कि फिलहाल इस मामले में पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है.
कोटा में आत्महत्या का आंकड़ा
पूरे देश में कोटा शहर शिक्षा की नगरी के रुप में जाना जाता है. हर साल पूरे देश से यहां बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना लेकर कोचिंग के लिए पहुंचते हैं. हालिया दिनों में कोटा में छात्रों के आत्महत्या के संख्या में इजाफा हुआ है. साल 2023 में कोटा में कुल 28 छात्रों ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठाया था.
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, कोटा में साल 2022 में 15 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या कर लिया था. इसी तरह 2019 में 18 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठाया था, जबकि साल 2018 में 20, 2017 में 7, 2016 में 17 छात्रों ने आत्महत्या कर लिया था.
साल 2020 और 2021 में वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से यहां पर सभी संस्थानों को बंद कर दिया गया था. इसी तरह साल 2024 में आत्महत्या करने वालों की संख्या 15 हो गई है.
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