Rajasthan News Today: पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है. उनके समर्थकों के जरिये आरोप लगाया जा रहा है कि ये कार्रवाई प्रहलाद गुंजल पर बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आने की वजह से की जा रही है. गुंजल के खिलाफ सरकारी कार्रवाई को लेकर गुर्जर समाज ने मोर्चा खोल दिया है.


प्रहलाद गुंजल को परेशान करने के आरोप लगाते हुए गुर्जर समाज एकजुट हो गया है. गुर्जर समाज ने चेतवानी दी है की अगर प्रहलाद गुंजल खिलाफ कार्रवाई नहीं रोकी गई तो 4 जून के बाद राजस्थान का गुर्जर समाज एक मंच पर आकर बीजेपी सरकार की नींदे हराम कर देगा. 


बैठक में लिया गया ये फैसला
कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल के सपोर्ट में भगवान देवनारायण मंदिर प्रांगण में कोटा संभाग के कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ से बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के पंच-पटेल एकत्रित हुए. खानपुर से कांग्रेस विधायक सुरेश गुर्जर की अध्यक्षता में हुई महापंचायत में सभी ने सर्वसम्मति से प्रहलात गुंजल का सपोर्ट करने का फैसला किया.


इसके तहत आगामी 4 जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद पूरे राजस्थान के गुर्जरों की महापंचायत कोटा की धरती पर आयोजित की जाएगी. गुर्जर समाज की पहली ही मीटिंग में आह्वान किया गया कि अगर पटरी उखाड़नी पड़ी तो उखाडेंगे, ट्रेन रोकनी पड़ी तो रोक देंगे.


'गुर्जरों को टारगेट कर रहा है प्रशासन'
इस अवसर पर खानपुर से कांग्रेस विधायक सुरेश गुर्जर ने कहा कि प्रहलाद गुंजल कांग्रेस से चुनाव क्या लड़े, सारे गुर्जरों को प्रशासन टारगेट करने लगा है. गुर्जर समाज राजस्थान के सभी गांवों में गाय-भैंसें पालता है. गांव में किसी भी बाड़े का पट्टा नहीं होता है. उन्होंने कहा कि क्या सरकार द्वारा गांवों में सभी बाड़ों को तोड़ा जाएगा. 


कांग्रेस विधायक सुरेश गुर्जर ने कहा कि पिछले दिनों कोटा शहर में लगभग 40 दूध की डेयरियों पर जाकर दूध के सैंपल भरे गए हैं. बूंदी के बरड़ क्षेत्र से खानों के मलबे से रवन्ना काटकर दाबड़ी लाई जाती है और इस दौरान सिर्फ गुर्जरों के ही ट्रैक्टरों को पकड़ा जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई कोटा के आईजी रविदत्त गौड़ और राजीव दत्ता के निर्देश पर किया जा रहा है.


कांग्रेस MLA ने दी सरकार को आंदोलन की चेतावनी
विधायक सुरेश गुर्जर ने आरोप लगाया कि लाड़पुरा विधानसभा क्षेत्र के निवासी पवन गुर्जर का ट्रैक्टर घर के बाहर से उठा लिया गया. इस दौरान कहा गया कि थोड़ी देर पहले इस ट्रैक्टर से जंगल से पत्थर भरकर लाया था, जबकि वो ट्रैक्टर दो दिन से घर से हिला ही नहीं था. 


उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि गुर्जर समाज के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई नहीं करें, नहीं तो 4 जून के बाद हम बड़ा आंदोलन करेंगे. सुरेश गुर्जन ने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और यहां के प्रशासन और कोटा आइजी की होगी.


'हाड़ौती से बीजेपी का सफाया होना तय' 
सुरेश गुर्जर ने कहा कि प्रहलाद गुंजल हमारे समाज के बड़े नेता हैं, इस बात पर हमें गर्व है. उससे भी ज्यादा गर्व है कि वो 36 कौम के नेता हैं. आधी रात को किसी भी समाज का व्यक्ति फोन करता है, तो उसकी मदद के लिए तत्पर रहते हैं. उन्होंने कहा कि आगामी समय में पंचायतों और पालिकाओं के भी चुनाव आयेंगे और सौभाग्य से हमारे साथ और भी कई बड़े समाज साथ खडे़ हैं.


भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए सुरेश गुर्जर ने कहा कि अगर बीजेपी ने गुर्जरों के प्रति अपनी सोच नहीं बदलीस, तो पूरे हाड़ौती से बीजेपी का सफाया होना तय है. उन्होंने कहा कि गुर्जर बाहुल्य गांवों जिनमें बंधा धर्मपुरा, बोराबास, कोलाना, रानपुर, पाचनकुई आदि में ग्लाईडर से सर्वे कराकर भय का माहौल बनाया जा रहा है.


'आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार गुर्जर समाज'
विधायक सुरेश गुर्जर ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासन और सरकार गुर्जरों के खिलाफ की जा रही द्वेषतापूर्ण कार्यवाही को तुरंत रोके, नहीं तो 4 जून के बाद आर-पार की लड़ाई लड़ने को गुर्जर समाज पूरी तरह से तैयार है. 


गुर्जर आंदोलन के समय 73 गुर्जरों ने जिस तरह से समाज के लिए अपनी शहादत दी थी, आज समाज के लिए समर्पित प्रहलाद गुंजल के लिए 100 गुर्जर भी मर-मिटने के लिए तैयार खड़े हैं.
 
गुर्जर समाज सीएम और राज्यपाल को देगा ज्ञापन
महापंचायत में निर्णय लिया गया कि अगले एक दो दिन में गुर्जर समाज का एक प्रतिनिधिमंडल जयपुर में राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा. जिसमें प्रहलाद गुंजल और गुर्जर समाज पर कोटा प्रशासन द्वारा की जा रही द्वेषतापूर्ण कार्रवाई को रोकने की मांग की जाएगी. महापंचायत में गुर्जर समाज से आह्रान किया गया कि 4 जून के बाद वे बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहें. 


इस दौरान कहा गया कि अगर जरुरत पड़ी तो हाड़ौती की सभी सड़कों को जाम किया जाएगा. पूरे राजस्थान की जेलों को गुर्जरों से भर दिया जाएगा. रेल को भी रोकने की तैयारी करने का आह्रान किया गया. 4 जून को मतगणना के दिन अधिक से अधिक संख्या में कोटा के जेडीबी कॉलेज पहुंचने का भी आह्रान किया गया.


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