Kota News: कोटा में इस बार कोचिंग स्टूडेंट्स के लिए नई परेशानी आई है. हॉस्टल में बच्चे पर्याप्त मात्रा में नहीं होने से अब हॉस्टल संचालक हाथ खींच रहे हैं. हॉस्टल में बच्चों के नहीं आने से जहां लीज होल्डर हॉस्टल छोडने को तैयार है तो दूसरी ओर हॉस्टल मालिक एक पैसा भी छोड़ने को तैयार नहीं हैं. अब हॉस्टल लीज होल्डर ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है.


 कोटा में पिछले कुछ सालों के मुकाबले इस बार कोचिंग स्टूडेंट्स की संख्या कम है. ऐसे में लीज होल्डर व अन्य लोगों को परेशानी आ रही है. हॉस्टल मालिक व लीज होल्डर के मध्य किराए को लेकर समझौता कराए जाने और प्रति स्टूडेंट किराया लिए जाने की मांग की गई है. न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन सोसायटी ने आज कोटा जिला कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी समस्या रखी.


लीज पर हॉस्टल ले लिए लेकिन बच्चे कम आए
हॉस्टल लीज होल्डर्स ने जिला प्रशासन से मांग की है कि लीज पर मोटी रकम देकर हॉस्टल तो ले लिए लेकिन इस बार बच्चों की संख्या कम होने से हॉस्टल खाली पड़े हैं और 25 से 30 प्रतिशत तक ही बच्चे हॉस्टल में रह रहे हैं. ऐसे में लीज होल्डर को परेशानी आ रही है कि उनका पूरा हॉस्टल नहीं भरा जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है, साथ ही मानसिक तनाव भी हो रहा है.  


लीज होल्डर व हॉस्टल मालिक के मध्य समझौता कराए जाने की मांग की जा रही है, ताकी हॉस्टल संचालक बच्चों के अनुसार ही लीज होल्डर से पैसे लेगा. सोसायटी के अध्यक्ष भगवान माहेश्वरी एवं महासचिव राजीव कुमार राजू भैया ने बताया कि हर वर्ष बच्चे अधिक आते थे, जिस कारण हॉस्टल भर जाते थे, लेकिन इस बार बच्चा कम आने से हॉस्टल खाली पड़े हैं.


500 हॉस्टल के सामने आई समस्या 
राजीव कुमार ने बताया कि कहीं 25 तो कहीं 30 प्रतिशत तक ही बच्चे रुके हुए हैं, ऐसे में जब लीज होल्डर को नुकसान होगा तो वह यहां से पलायन कर जाएंगे और बच्चों को अन्य जगह शिफ्ट करना पड़ेगा. कोषाध्यक्ष मनमोहन ने बताया कि इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कोटा में एक और समस्या गहरा जाएगी जो लीज होल्डर के साथ प्रशासन के लिए भी मुसीबत बन जाएगी. अधिकांश लीज होल्डर हॉस्टल छोड़ने को तैयार बैठे हैं.


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