Kota Hostel Fire: कोटा के हॉस्टल में आग लगने से 61 बच्चों की जान खतरे में, बिल्डिंग की गई सीज
Kota News: जिला कलेक्टर एवं आयुक्त नगर निगम कोटा उत्तर के आदेश कि अनुसार मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास के नेतृत्व में अग्निशमन अनुभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने हॉस्टल को सीज किया
Kota Hostel Fire News: कोटा में आज सुबह एक हॉस्टल में आग लगने के बाद 61 बच्चों की जान खतरे में आ गई थी, इस पूरे मामले में हॉस्टल संचालक की गलती सामने आई, जिसमें उन्होंने फायर एनओसी नहीं ली थी. इसके चलते जिला कलेक्टर और आयुक्त नगर निगम कोटा उत्तर के आदेश के अनुसार मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास के नेतृत्व में लक्ष्मण विहार में स्थित आदर्श हॉस्टल में लगी आग के कारण सीज किया गया.
हॉस्टल में किसी प्रकार की कोई अग्निशमन यंत्र उपकरण नहीं पाए जाने के कारण सीज किया गया. ना ही हॉस्टल मालिक द्वारा किसी प्रकार की कोई फायर एनओसी ली गई थी.
तीन हॉस्टल व मैस को किया सीज
हॉस्टल सीजिंग कार्यवाही के दौरान लैंडमार्क सिटी कुन्हाड़ी और लक्ष्मण विहार में जांच की गई जिसमें कल 3 हॉस्टलों को सीज किया गया, जिसमें लैंडमार्क सिटी में ज्ञानदीप और पारस जीवनदीप हॉस्टल के कार्यालय और मेस को सीज किया गया. इसके अलावा पीजी की भी जांच की जाएगी और उन्हें भी नोटिस दिए जाएंगे. कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया और हॉस्टल संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया.
बिना फायर एनओसी वाले हॉस्टल होंगे सीज
नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास का कहना है कि नरेश धाकड़ के हॉस्टल को सीज कर दिया है. हॉस्टल के पास किसी तरह की कोई फायर एनओसी नहीं थी, इसके अलावा फायर फाइटिंग के उपकरण भी हॉस्टल में लगे हुए नहीं थे. हॉस्टल में इमरजेंसी एग्जिट भी नहीं था. इस लापरवाही को गंभीरता से लिया और सीज की कार्रवाई की गई.
इसके अलावा अन्य हॉस्टलों पर भी कार्रवाई की जाएगी. राकेश व्यास का कहना है कि करीब 700 ऐसे हॉस्टल हैं, जिनके पास फायर एनओसी नहीं है. कई बार इनको नोटिस जारी कर दिए गए हैं, लेकिन यह हॉस्टल संचालक कोई एक्शन नहीं लेते हैं. इन हॉस्टलों को सीज करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी.
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