Kota: फॉरेस्ट और केटल गार्ड ट्रेक्टर को रास्ता देने के लिए मांग रहे थे रिश्वत, ACB ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
Rajasthan Crime News: राजस्थान के कोटा में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वत की मांग करने वाले फॉरेस्ट गार्ड और केटल गार्ड को रंगे हाथों किया गिरफ्तार किया है.
Kota Crime News: परवन नदी के रास्ते से ट्रेक्टर निकालने पर रिश्वत की मांग करने वाले फॉरेस्ट गार्ड और केटल गार्ड को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB)ने धर धबोचा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो झालावाड़ (Jhalawar) की टीम ने कोटा (Kota) जिले के बपावर में बड़ी कार्रवाई करते हुए फॉरेस्ट गार्ड और केटल गार्ड को पांच हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है.
ये दोनों एक व्यक्ति से कह रहे थे कि ट्रेक्टर निकालना है तो 6 हजार रुपये महीने देने होंगे. अगर नहीं दिए तो नहीं तो ट्रेक्टर यहां से नहीं निकल सकेगा. एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक भवानी शंकर मीणा ने बताया कि शिकायतकर्ता ने इसकी एक शिकायत झालावाड चौकी में की थी.
6 हजार रुपये मांग रहे थे रिश्वत
इसमें शिकायतकर्ता ने बताया था कि फॉरेस्ट गार्ड और कैटल गार्ड उसके ट्रैक्टर को परवन नदी के रास्ते आने जाने देने की एवज में 3-4 महीने से परेशान कर रहे हैं. वो पहले कुछ रूपये ले चुके हैं और अब 6 हजार रुपये हर हर महीने देने के लिए उसके ऊपर दबाव बना रहे हैं. फॉरेस्ट गार्ड बाबूलाल गुर्जर और कैटल गार्ड जगदीश प्रसाद गोचर शिकायतकर्ता से मासिक बंदी के रूपये की डिमांड कर परेशान कर थे. ये दोनों ही वनपाल नाका बपावर रेंज कनवास में पोस्टेड हैं.
इनके घरों की भी हो रही तलाशी
एसीबी झालावाड ने शिकायत की जांच करवाई और जब पैसे मांगने की पुष्टि हुई तो इन्हें पकडने की योजना बनाई गई. इसके बाद पुलिस निरीक्षक रमेश चंद्र आर्य के नेतृत्व में टीम ने बिछाकर इनके खिलाफ कार्रवाई की और आरोपियों को वनपाल नाका बपावर, रेंज कनवास से शिकायतकर्ता से 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. इतना ही नहीं इन दोनों के आवास और अन्य ठिकानों की भी तलाशी ली जा रही है.