Kota News: कोटा (Kota) में मजदूरों की सुरक्षा के अभाव में मौत हो रही है. सुरक्षा उपकरण नहीं होने से यहां कई बार हादसे हो चुके हैं. उसके बाद भी प्रशासन सबक नहीं ले रहा. ना ही ठेकेदार सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करा रहे हैं. इस बार बोरखेडा थाना क्षेत्र में एक मजदूर की चौथी मंजिल से गिरने से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि यहां भी सुरक्षा के कोई बंदोबस्त नहीं थे. बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया, लेकिन उसके बाद रात को परिजन कोरल पार्क में शव को लेकर धरने पर बैठ गए और मुआवजे की मांग करने लगे.


मृतक की पत्नी और बेटे ने कहा कि ठेकेदार की लापरवाही से मौत हुई है. उन्होंने कहा कि वह ना ही फोन उठा रहा हैं और ना ही यहां पर आए हैं. जब तक मांग पूरी नहीं होती शव को नहीं उठाएंगे. मृतक के परिजनों ने पांच लाख मुआवजा और अन्य सुविधाएं देने की मांग की है. बुधवार रात तक परिजन शव को लेकर बैठे रहे. इस दौरान पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और उनके साथ समझाया. साथ ही मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया उसके बाद शव को वहां से उठाया गया. गुरुवार को उसका अंमित संस्कार किया जाएगा.


रेलिंग नहीं होने से गिरा नीचे
बताया जा रहा है कि मजदूर चौथी मंजिल पर कपड़े बदलने गया था. बालकनी पर रेलिंग नहीं लगी होने से नीचे गिर गया. उसके सिर पर गंभीर चोट लगी वहां मौके पर मौजूद लोग उसे इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल लेकर गए, जहां उसने दम तोड़ दिया. महावीर सुमन (51) आवली रोझड़ी का रहने वाला था और कोरल पार्क इलाके में निमाणार्धीन हॉस्टल में मजदूरी करता था. वो बुधवार सुबह 9 बजे काम पर गया और करीब 10 बजे हादसा हो गया. ठेकेदार ने दोपहर एक बजे फोन करके परिजनों को सूचना दी की महावीर हॉस्टल से गिर गया. 


महावीर घर में इकलौता कमाने वाला था. उसकी मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. उसके एक बेटा और एक बेटी है. वहीं ठेकेदार श्रीभगवान ने बताया कि हॉस्टल में और भी लेबर काम कर रही थी, सभी नीचे ही थे. महावीर कपड़े बदलने गया था और वहां से गिर गया. उसे तुरंत इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर आए. जहां उसकी मौत हो गई. वहीं बोरखेडा थाना पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी.


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