कोटा: राजस्थान के कोटा (Kota) में कोचिंग करने आई एक युवती की दोस्ती एक नाबालिग युवक से हो गई. दोनों के बीच बातें हुई, मुलाकातें हुई और फिर वे एक दूसरे के प्यार में भी पड़ गए. इसी बीच लड़की वापस अपने घर चली गई, लेकिन दोस्त से मिलने के लिए वह घर से वापस कोटा आ गई लेकिन उसके पीछे-पीछे उसके परिजन भी पहुंच गए. ऐसे में बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे अस्थाई आश्रय दिया गया है. बाल कल्याण समिति के अनुसार लड़का-लड़की के बीच फोन पर बातें होती थीं. कोटा में रहने के दौरान मुलाकात भी हुई. इसी बीच परीक्षा देने के लिए नाबालिग वापस मध्य प्रदेश चली गई. वहीं परिजनों को शक हुआ तो उन्होंने उसका मोबाइल ले लिया. जिसके बाद नाबालिग भागकर कोटा आ गई.

 

रिश्तेदारों को शक हुआ तो छीना मोबाइल
सीडब्ल्यूसी सदस्य विमल चंद जैन ने बताया कि आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन को सूचना देकर बालिका को उनके सुपुर्द कर दिया है. बालिका मध्य प्रदेश की रहने वाली है और कोटा में कुछ समय पहले तक कोचिंग कर रही थी. कोटा में रहने के दौरान उसकी एक नाबालिग लड़के के साथ दोस्ती हो गई. इसी बीच12वीं की परीक्षा देने के लिए वह वापस अपने गांव चली गई. इस दौरान लड़के से उसकी बातें होती रहती थी. लड़की अपने रिश्तेदार के घर पर रहकर पढ़ाई कर रही थी. वहीं रिश्तेदार को शक हुआ तो उन्होंने लड़की का मोबाइल ले लिया. इसके बाद गुरुवार को लड़की ने किसी तरह से कोटा में लड़के से संपर्क किया और कोटा आने की बात कही. इसके बाद वह इंदौर पहुंची और इंदौर से ट्रेन में सवार होकर कोटा आ गई.


लड़के ने घबराकर लड़की के रिश्तेदार को दी जानकारी
जब लडकी कोटा आई तो लड़के ने घबराकर लड़की के रिश्तेदार को इस बात की जानकारी दे दी. इस दौरान रिश्तेदार भी कोटा पहुंच गए और रेलवे स्टेशन पर उन्हें लड़की मिल गई. इसी दौरान आरपीएफ के जवान भी वहां पहुंच गए और उन्होंने पूरे मामले की जानकारी चाइल्डलाइन को दी. चाइल्ड लाइन में बालिका को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश कर बालिका गृह में भिजवाया है. फिलहाल  बालिका की काउंसलिंग की जानी है.

 

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