Kota: 'अपनी बीमारी से परेशान हो गया हूं, बच्चों को दुखी नहीं देख सकता', घर से आधा किमी दूर जाकर पिता ने लगाई फांसी
Kota News: मृतक की जेब से सुसाइ़ड नोट पुलिस ने बरामद किया है. सुसाइड नोट में बीमारी से परेशानी को खुदकुशी का कारण बताया गया है. वहीं, ये लिखा है कि वह अपने बच्चों को कष्ट नहीं देना चाहता था.
Suicide News in Kota: कोटा में बीमारी से परेशान शख्स ने मौत को गले लगा लिया. पिता बच्चों को बीमारी का कष्ट नहीं देना चाहता था. दर्दनाक घटना कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र की है. 55 वर्षीय रामकिशन सैनी ने घर से आधा किलोमीटर दूर पेड़ पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. सुबह उठे लोगों ने शव को पेड़ पर लटका पाया. और फिर पुलिस को घटना की सूचना दी गई.
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से नीचे उतरवाकर एमबीएस पहुंचाया. मृतक की जेब से सुसाइड नोट बरामद हुआ है. सुसाइड नोट में बीमारी से परेशान रहने का जिक्र है. खुदकुशी का जिम्मेदार बीमारी को बताते हुए बच्चों को परेशान नहीं करने की बात लिखी है.
बीमारी से परेशान था व्यक्ति
पिता ने लिखा कि फांसी लगाने की वजह बीमारी का दर्द है. दर्द को झेल पाने में असमर्थ हूं. इसलिए फांसी लगा रहा हूं, मैं बेटों को परेशान नहीं करना चाहता. गौरतलब है कि बेटों ने सोचा भी नहीं होगा कि पिता मौत को गले लगे लेंगे. खुद बीमारी से परेशान रहते भी बच्चों को जीते जी कष्ट देना गवारा नहीं था. परिजनों ने बताया कि रामकिशन घर से बाहर बिना बताए निकल गए थे. उनके घुटनों में करीब 4-5 साल से दर्द था. दर्द का इलाज भी चल रहा था. रामकिशन मेडिकल शॉप पर काम करते थे.
पेड़ पर फांसी लगाकर दी जान
रात को बिना बताए घर से निकले और कुछ दूरी पर पेड़ से शव लटका हुआ मिला. रामकिशन सैनी के दो शादीशुदा बेटे परिवार के साथ रहते हैं. छोटे बेटे ने रणजीत ने बताया कि सोमवार को नवरात्र की पूजा कर परिवार ने एक साथ खाना खाया. रात को बडा भाई ससुराल गया. कुन्हाड़ी थाना का कहना है कि मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है. सुसाइड नोट में बीमारी से परेशान होकर खुदकुशी करने की बात सामने आई है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.