Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में एक साइको ने ढाई साल के बच्चे को दीवार पर पटककर मार डाला. साइको ने इसके बाद उसका वीडियो भी बनाया और बाद में वीडियो और उसके स्क्रीन शॉट बच्चे की मां को भेजता रहा. 40 दिन तक किसी को नहीं पता चला कि आखिर बच्चे का मर्डर हुआ है. साइको ने परिजनों से बताया कि बच्चे का एक्सडेंट हो गया है. परिवार वाले भी उसकी बातों में आ गए और बच्चे को दफना दिया, लेकिन जब साइको राहुल पारिक ने महिला को उसके बच्चे का मर्डर करते हुए वीडियो भेजा, तो महिला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई और सारा मामला सामने आया.
वहीं घटना के 40 दिन बाद पुलिस ने शव को कब्र से बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम करवाया है. पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन जिला कोटा शहर ने बताया कि थाना विज्ञान नगर कोटा शहर पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी. शिकायतकर्ता ने बताया कि 'मैं छावनी, रामचन्द्रपुरा में रहती हूं. मेरी 4-5 महीने से राहुल पारीक से जान पहचान है. मैं राहुल से फोन पर बात करती थी. एक बार राहुल के साथ मेरी मौसी की लड़की की शादी में भी गई थी.
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि '15 अप्रैल 2024 को शाम को करीब 7.30 की बात है. मेरी तबीयत खराब होने के कारण में विज्ञान नगर डॉक्टर को दिखाने गई थी. मेरे साथ मेरे बच्चा अंश भी था. मुझे शीला चौधरी रोड फ्लाई ओवर के नीचे राहुल पारिक मिला जिसने मेरे से पूछा कहा जा रही हो, तब मैंने उसे बताया कि डॉक्टर को दिखाने जा रही हूं, तो राहुल ने कहा कि बच्चा मेरे पास छोड़ दो. ऐसे में मैंने अपने बच्चे को राहुल को देकर डॉक्टर के पास चली गई. थोड़ी देर बाद वापस आई, तो मैंने देखा कि राहुल वहां पर नहीं था.'
'मैंने मेरे बच्चे को तलाश किया, लेकिन वह भी नहीं मिला. तब मैंने राहुल को फोन किया तो राहुल ने कहा कि बच्चे का एक्सीडेंट हो गया है, जिसे लेकर वह जेके लोन अस्पताल आया है. मैं भई वहां जा रही था, तभी राहुल मुझे कोटरी चौराहे पर मिला. मैंने उससे पूछा कि बच्चा कहा है तो उसने कहा कि जेके लोन अस्पताल में है. मैं अस्पताल गई तो बच्चा मरा हुआ मिला. डॉक्टर ने बताया कि 40 मिनट पहले ही खत्म हुआ है. मैंने मेरे पति और परिवारवालों को फोन किया तो राहुल ने अस्पताल में मुझे धमकाया और अस्पताल से भाग गया.'
रिपोर्ट में महिला ने बताया कि 'थोड़े दिन बाद राहुल ने मैसेज किया कि मैंने तेरे बच्चे को गला घोटकर मारना चाहा, लेकिन फिर भी नहीं मरने पर मैंने कुर्सी मारी. इसके बाद उसने मुझे फोटो भी भेजी, जिसमें बच्चे का गला दबाते हुए और हाथ में कुर्सी लिए दिखाई दिया. घटना से पहले नहीं मालूम था कि उसने ऐसा किया है इसलिए बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं कराया और उसे दफना दिया. 15 अप्रैल को ही राहुल अपनी दुकान 80 फिट लिंक रोड कोटा ले गया, जहां पर बच्चे के साथ मारपीट करके, दीवार पर सिर पटककर बच्चे की हत्या की गई थी'
एक तरफा प्यार में शख्स ने की बच्चे की हत्या
अमृता दुहन ने बताया कि आरोपी राहुल पारिक शिकायतकर्ता से एक तरफा प्रेम करता था, जो हर हाल में शिकायतकर्ता को अपने साथ रखना चाहता था. उसको शिकायतकर्ता का दूसरो के साथ घूमना और आना-जाना पसंद नहीं था. इस वजह से आरोपी राहुल पारिक ने शिकायतकर्ता को सबक सिखाने और दबाव बनाने के लिए उसके ढाई साल के बच्चे की निर्मम हत्या करके उसे डरा धमका कर अपने साथ रखना चाहता था.