Kota News: एमबीएस हॉस्पिटल में मरीज की मौत के बाद परिजनों का हंगामा, इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टरों सहित स्टाफ को पीटा
कोटा संभाग के एमबीएस हॉस्पिटल में एक डेंगू मरीज की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया. इस दौरान परिजन डॉक्टरों के साथ मारपीट की.
Rajasthan News: राजस्थान में स्थित कोटा संभाग के सबसे बड़े एमबीएस हॉस्पिटल में देर रात एक मरीज की मौत पर गुस्साए परिजनों ने हंगामा कर दिया. इसके अलावा चिकित्सकों के साथ बदसलूकी भी की. रेजिडेंट डॉक्टर ने परिजनों पर मारपीट के आरोप लगाया है और नयापुरा थाने में शिकायत दी है. साथ ही घटना के विरोध में कार्य बहिष्कार की घोषणा की है. इमरजेंसी रूम में हुई घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. जिसमें एक महिला के परिजन रेजिडेंट डॉक्टरों पर कुर्सी फेंकती हुई नजर आ रही है.
हॉस्पिटल से मिली जानकारी के अनुसार 26 साल की महिला मरीज शाहिस्ता जुबेर को बुधवार सुबह 10 बजे करीब इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया था. महिला मरीज को डेंगू था और उसकी प्लेटलेट्स डाउन थी. इसके अलावा ब्लड प्रेशर भी लो आ रहा था. शाम 7-8 बजे करीब महिला की स्थिति बिगड़ने लगी तो परिजनों ने हंगामा किया. पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया. उसके बाद रात करीब एक बजे महिला की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया.
महिला ने डॉक्टर पर फेंकी कुर्सी
डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुमेर गुर्जर ने बताया कि महिला की मौत से गुस्साए परिजनों ने इमरजेंसी ड्यूटी डॉक्टर रूम 125 नंबर में आकर हंगामा कर दिया. रेजिडेंट डॉक्टर यश वर्धन पर महिला परिजन ने कुर्सी फेंकी और मारपीट का प्रयास किया. इसके अलावा डॉ. ब्रजलाल बैरवा और नर्सिंग स्टाफ के साथ बदसलूकी और मारपीट की गई. महिला के साथ 6-7 पुरुष और 5-6 लेडीज थी. उन्होंने हेलमेट भी फेंका. पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन करके हंगामे की सूचना दी. हंगामा करीब एक घंटे चला, लेकिन पुलिस नहीं आई. उससे गुस्साए रेजिडेंट डॉक्टर्स ने गुरुवार को सुबह हड़ताल कर दी. इसके अलावा डॉक्टरों ने सुरक्षा और आरोपियों को गिरफ्तार कर सजा दिलाए जाने की मांग की है. सभी डॉक्टर्स काम बंद कर अस्पताल के बाहर आ गए हैं.
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ भी आया विरोध में
रेसिडेंट डॉक्टर से मारपीट की घटना की अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ निंदा कर दोषियों को कार्यवाही की मांग करता है. अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉ. दुर्गाशंकर सैनी ने कहा कि कोटा के चिकित्सालय में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के पुख्ता इंतजाम होना चाहिए. निरंतर ऐसी घटनाएं घटित होती रहती है. हम सब आवाज उठाते है और बातचीत भी होती है, लेकिन फिर कुछ दिनों बाद ऐसी घटनाएं घटित हो जाती हैं, मेरी सभी जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से मांग है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए. यदि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो विरोध तेज किया जाएगा.