Rajasthan News: राजस्थान के कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में बिजली गुल होने से 300 से ज्यादा मरीज परेशान हो गए. बताया जा रहा है कि बिजली करीब 3 घंटे तक गुल रही. अस्पताल के अधिकतर वार्डों में बिजली नहीं थी. इसके अलावा सर्जिकल आईसीयू, इमरजेंसी और कोविड-19 वार्ड में भी बिजली गुल रही. भीषण गर्मी में पंखे, कूलर और एसी बंद होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. गर्मी में मरीज तड़पते रहे.


डॉक्टरों को भी मरीजों को अंधेरे में ही टॉर्च की रौशनी में दवाइयां देनी या इंजेक्शन लगानी पड़ रही थी. आईसीयू वार्ड में तो मरीजों को सीपीआर भी टोर्च के उजाले में देनी पड़ी. इस दौरान एक महिला की मौत हो गई. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने बिजली गुल होने से महिला की मौत के आरोपों का खंडन किया है.


फॉल्ट के कारण गुल हुई बिजली


वहां मौजूद मरीज के तीमारदारों ने इसका वीडियो बनाया है जिसमें डॉक्टर और स्टाफ मरीज का उपचार करते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान मरीज भी तड़पते हुए दिखाई दे रहे हैं. बताया जा रहा है कि अस्पताल के पैनल में लोड बढ़ने से फॉल्ट आ गया था जिससे केबल गर्म होकर जल गई. जिसके चलते बिजली सप्लाई पैनल से आगे अस्पताल परिसर को नहीं मिली तो बिजली गुल हो गई.


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अस्पताल के अधीक्षक ने कही ये बात


अस्पताल के अधीक्षक सीएस सुशील का कहना है कि सर्जिकल आईसीयू की बिजली गुल हो गई थी. उसके साथ इमरजेंसी ओपीडी और कोविड-19 वार्ड की भी बिजली चली गई थी, लेकिन मेडिकल आईसीयू में बिजली की सप्लाई बाधित नहीं हुई थी. वहीं मरीज वेंटिलेटर पर थे जिन्हें कोई समस्या नहीं हुई. इस दौरान कोई सीरियस मरीज भी नहीं आया तो किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है. केबल में फॉल्ट आने से केबल जल गई गई जिससे बिजली गुल रही. इंजीनियर के माध्यम से इसे सही करवाकर बिजली को शुरू करवाया गया है. 


मरीजों में मचा हड़कंप 


हालांकि पूरे मेडिकल कॉलेज में बिजली गुल नहीं हुई लेकिन जिन वार्डों में बिजली गुल हुई उन वार्डो में मरीजों में हड़कंप मच गया. लोग बिजली की समस्या को लेकर स्टाफ के पास पहुंचे. वहां केबल में आग लगने से बिजली गुल होने की बात कहकर उन्हें लौटा दिया गया. 3 घंटे तक बिजली गुल रहने से अस्पताल में अफरा-तफरी मची रही. बिजली गुल की घटना के बाद मौके पर प्रशासनिक अमला पहुंचा और हालातों का जायजा लिया. उधर गर्मी से मरीजों का हाल बेहाल हो गया. परिजन मरीजों को गत्ते के सहारे हवा देते हुए नजर आये. जिन मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हुई उन मरीजों को डॉक्टर और स्टाफ सीपीआर देते हुए नजर आये. ऐसी तस्वीर हैरान कर देने वाली थी, जहां मरीज तड़प रहे हैं और टोर्च की रौशनी में उन्हें सीपीआर दिया जा रहा था.


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