एक्शन मोड में कोटा सांसद ओम बिरला, केडीए और नगर निगम के अधिकारियों की ली 'क्लास'
Kota News: कोटा प्रवास के दौरान नवनिर्वाचित सांसद ओम बिरला लगातार अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं. उन्होंने अमृत योजना 2.0 की डीपीआर बनाने में हो रही देरी पर कड़ी नाराजगी जाहिर की.
Rajasthan News: कोटा से नवनिर्वाचित सांसद ओम बिरला ने केडीए और नगर निगम के अधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई. उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को देखते हुए शहर शहर में हरियाली का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कलेक्टर, नगर निगम, केडीए और वन विभाग आमजन को जोड़ते हुए कार्ययोजना बनाएं.
दरअसल, कोटा प्रवास के दौरान ओम बिरला लगातार अधिकारियों की बैठक कर विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अमृत योजना के माध्यम से प्रत्येक घर तक पानी पहुंचाने की भी प्लानिंग तैयार करें.
ओम बिरला ने अमृत योजना 2.0 की डीपीआर बनाने में हो रही देरी पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का सुझाव लेकर डीपीआर को अंतिम रूप दें. प्रयास होना चाहिए कि आने वाले तीस सालों तक पानी की समस्या नहीं रहे.
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में 450 से अधिक कैमरे लगाने, इंद्र विहार-राजीव गांधी नगर में पेयजल पाइप लाइन बिछाने, एमबीएस अस्पताल में मोर्चरी ब्लॉक और दशहरा मैदान फेज 2 के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का उन्होंने निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि ऐरोड्रम सर्किल सहित विभिन्न चौराहे एक्सीडेंट जोन बन गए हैं. नॉर्दर्न बायपास के अटके पड़े कार्य को समय से पूरा करने का उन्होंने निर्देश दिया.
नवनिर्वाचित सांसद ने विकास कार्यों की ली समीक्षा बैठक
उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के मकान पांच वर्ष में भी नहीं बने. शहर में स्ट्रीट वेंडर्स भी अतिक्रमण कर रहे हैं. नगर निगम में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी होने की शिकायतें हैं. सरे विभाग की जमीन पर पट्टे जारी हो रहे हैं. अन्नपूर्णा रसोई के संचालन में खामियों का मुद्दा भी ओम बिरला ने उठाया.
केडीए और नगर निगम के अधिकारियों पर जताई नाराजगी
बिजली की समस्या पर उन्होंने केईडीएल के अधिकारियों को चेतावनी दी. उन्होंने एग्रीमेंट के अनुरूप कार्य करते हुए जनता को राहत पहुंचाने की हिदायद दी. उन्होंने कहा कि केईडीएल ने विद्युत तंत्र को सुधारने का काम बंद कर दिया है. यही कारण है कि मामूली बारिश या हवा के चलने से बिजली चली जाती है. अब ऐसा नहीं चलेगा कि लोग घंटों तक अंधेरे में बैठे रहें.