Rajasthan: कोटा के मुर्तुजा अली ने बनाई कमाल की तकनीक, बिना GPS के भी ट्रेस हो सकेंगे वाहन
Rajasthan News: तकनीक भारत सहित पूरे विश्व में सिर्फ मुर्तुज़ा अली हामिद के नाम पर पेटेंट और रजिस्टर्ड है. माना जा रहा है कि सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए तकनीक तैयार किया गया है.
Rajasthan News: वाहनों की बढ़ती संख्या से राजस्थान के कई शहर प्रदूषण की चपेट में हैं. कोटा निवासी मुर्तुज़ा अली हामिद (Murtaza Ali Hamid) ने प्रदूषण कम करनेवाले तकनीक विकसित की है. उनका दावा है कि बिना GPS के वाहनों को तकनीक से ट्रेस किया जा सकेगा. पहले फेज में तकनीक के इस्तेमाल की शुरुआत राजस्थान से होगी. मुर्तुजा अली हामिद ने बताया कि तकनीक पूरी तरह इस्तेमाल के लिए तयार है. लाइव डेमो 15 फरवरी 2023 को सफलतापूर्वक किया जा चुका है. उन्होंने दावा किया कि सीएनजी, पेट्रोल, डीजल से चलने वाले वाहनों में जीपीएस लगाने की आवश्यकता भी नही होती है.
स्वदेशी तकनीक का कमाल
तकनीक भारत सहित पूरे विश्व में सिर्फ मुर्तुज़ा अली हामिद के नाम पर पेटेंट और रजिस्टर्ड है. माना जा रहा है कि सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए तकनीक तैयार किया गया है. देश की बाहरी और आंतरिक सुरक्षा में तकनीक भूमिका निभाएगी. स्वदेशी तकनीक को विकसित करने में बाहरी कंपनी या संस्था का सहयोग नहीं लिया गया है. मुर्तुजा अली हामिद जन्म से देख नहीं पाते हैं. उन्होंने तकनीक को पहली बार मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज और एनएचआईए के सामने 15 सितंबर 2018 को प्रदर्शित किया था.
बिना GPS के ट्रेस करेगी गाड़ी
मंत्री नितिन गडकरी के सामने टेक्नोलॉजी की पूरी जानकारी दी गई थी. उन्होंने बताया की 30 अप्रैल 2023 से अगले 15 दिनों तक दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर संपूर्ण ट्रैफिक को मॉनिटर करेंगे. प्रत्येक वाहन का डाटा का रोजाना प्रदान किया जाएगा. साथ ही संबधित एजेंसियों को लाइव भी प्रदर्शित किया जाएगा. नई पहल से दुर्घटनाओं में कमी आयेगी और सुरक्षा की दृष्टि से विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा कारगर साबित होगी. जीपीएस के नुकसान से बचते हुए अधिकतम लाभ प्राप्त होगा. विशेषज्ञों ने 99.99% तकनीक को सुरक्षित बताया जा है.