Kota News : कोटा में मकर सक्रांति आते ही पतंगबाजी पूरे परवान पर होती है. ऐसे में हर गली मोहल्ले में पतंगबाजी करते बच्चे आनंद तो लेते हैं, लेकिन प्रशासन की अनदेखी आमजन के लिए जानलेवा होतीजा रही है.कोटा संभाग में जिला कलक्टर के आदेश हैं कि किसी भी दुकान पर चाइनीज मांझा नहीं बेचा जाए, लेकिन इसके बाद भी खुलेआम चाइनीज मांझा की बिक्री जारी है. नगर निगम ने अब तक एक पर भी कार्रवाई नहीं की ताकि इसे रोका जा सके.यही लापरवाही लोगों की जान से खिलवाड़ कर रही है और लोग चाइनीज मांझा की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. कोई वाहन चलाता हुआ चोटिल हो रहा है तो कोई घर की छत पर बैठ-बैठे भी घायल हो रहा है.
ऐसा उलझा चाइनीज मांझा कि डॉक्टर भी हैरान
कोटा जिले के रामगंजमंडी के सुकेत में एक ऐसा ही हादसा सामने आया है जहां एक युवक का पूरा चेहरा चाइनीज मांझा के कारण जख्मी हो गया. राजेश मेवाडा नामक युवक अपनी बाइक से घर जा रहा था, तभी रास्ते में उसके चेहरे पर चाइनीज मांझा वाला धागा उलझ गया, उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सक भी हैरान रह गया. चिकित्सक ने देखा कि पूरा मांझा चेहरे के अंदर फंसा हुआ है, चेहरा लहूलुहान था.जैसे- तैसे मांझे को निकाला गया और चेहरे पर घाव को भरने के लिए 20 टांके लगाए गए.
आंख, नाक, चेहरा सभी जगह लगा कट
पेशे से मजदूर राजेश इंडस्ट्रियल एरिया (रामगंजमंडी) में काम करता है. उसके चेहरे, आंख और नाक पर कई जगह चाइनीज मांझे से कट के निशान हो गए हैं. वह बाइक से होली खूंट से शिव कॉलोनी स्थित अपने घर जा रहा था तभी यह हादसा हुआ. राजेश संभल भी नहीं पाया और बाइक सहित नीचे गिर गया. उसके रामगंजमंडी अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे कोटा रेफर कर दिया गया.
पहले भी हो चुके हैं हादसे
कोटा में बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष रहे देवेन्द्र राही के गले में चाइनीज मांझा उलझ गया था. जिससे उनकी गर्दन ही कट गई थी और काफी दिनों तक उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था, उनकी स्वांस नली तक चाइनीज मांझा पहुंच गया था, ऐसे में उस समय भी चाइनीज मांझा पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग की थी, लेकिन एक बार फिर वहीं लापरवाही लोगों की जान ले रही है. सुबह और शाम के समय पक्षियों के पर कटने, घायल होने की शिकायते भी सामने आ रही हैं.
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