Kota Police Action: कोचिंग नगरी में कोचिंग स्टूडेंट्स की हर समस्या का त्वरित समाधान किया जाता है, ऐसे में पुलिस हर वक्त एक्टिव मोड में रहती है और सूचना मिलते ही कार्रवाई को अंजाम देती है. कोटा सिटी पुलिस ने कोचिंग क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए 16 व्यक्ति डिटेन कर 13 शख्स को गिरफ्तार किया है.
सिटी एसपी आईपीएस डॉ अमृता दुहन जिला कोटा शहर ने बताया कि लगातार ऐसी सूचनाएं प्राप्त हो रही थी कि कोचिंग क्षेत्र में कुछ आवारा किस्म के लड़के घूमते है, जो कोचिंग नहीं करते है साथ ही कुछ संदिग्ध व्यक्ति जो सुवालका एण्ड सुवालका मल्टी स्टोरी बिल्डिंग रोड नम्बर 1 विज्ञान नगर कोटा शहर में रहकर कोचिंग छात्रों के कमरों में आश्रय लेते है, उन्हें बरगलाते हैं तथा स्वयं गलत, अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं. कोचिंग छात्रों को भी अवैध गतिविधियों में विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर लिप्त कराते हैं. इस सूचना के आधार पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
पावर बाइक के साइलेंसर से छोडते थे पटाखे
एसपी ने बताया कि यह मनचले रात्री के समय कोचिंग छात्र जैसे लैंडमार्क सिटी, कोरल पार्क बोरखेडा से पावर बाइक पर तेज गति से चलाकर स्टंट करते व बाइक के साइलेंसर से पटाखों की आवाज निकालकर छात्र छात्राओं को परेशान करते हैं, साथ ही कोचिंग छात्राओं पर अश्लील फब्तियां कसते हैं, साथ ही आवारा घूमते हैं.
नशा उपलब्ध कराते हैं, स्थानीय दुकानदारों से अवैध वसूली करते हैं कोचिंग क्षेत्रों में पढ़ने वाले छात्र, छात्राओं एवं उनके परिजनों में भय का माहौल व्याप्त हो रहा है, ऐसी सूचना पर विज्ञान नगर कोटा शहर टीम, जिला विशेष शाखा, स्टूडेंट सैल व संयुक्त कार्यवाही करते हुए कुल 16 व्यक्तियों को डिटेन किया.
हुक्के, कार, स्कूटर को किया जब्त
एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि कोचिंग क्षेत्र इलाके मे विभिन्न संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाये जाने पर 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जाकर निरोधात्मक कार्यवाही की गई. तेज गति से चलाकर स्टंट करते व आवाज में बाइक के साइलेंसर से पटाखों की आवाज निकाल 3 टू व्हीलर को मोटर व्हीकल अधिनियम के तहत जब्त किया गया.
धूम्रपान के लिए प्रयोग में लिए जाने वाले चार हुक्के व संदिग्ध अवस्था में लावारिस खड़ी एक बीएमडब्लू कार भी बरामद की. उनसे बरामद मोबाइल को साइबर टीम कोटा शहर द्वारा जांच किया जा रहा है. अगर किसी प्रकार की संदिग्ध सामग्री मिलने पर कानून सम्मत कार्यवाही की जाएगी.
इस कारण बच्चे उठा रहे आत्महत्या जैसा कदम
कोचिंग छात्रों में अध्ययन एवं अन्य कारणों से होने वाले दबाव से उनमें आत्महत्या की प्रवृत्ति उत्पन्न होती है. कई बार पीजी संचालक, हॉस्टल संचालक, कोचिंग संस्थान व परिजनों की उदासीनता के कारण आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते हैं.
इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए इसकी रोकथाम एवं छात्र-छात्राओं को भय मुक्त स्वच्छंद वातावरण प्रदान करने तथा कई बार राज्य सरकार द्वारा कोचिंग संस्थानों एवं हॉस्टलों की गई गाइडलाइन की पालना नहीं होती,जो एक गंभीर विषय है. पुलिस अधीक्षक कोटा शहर द्वारा कोचिंग, पीजी, हॉस्टल, होटल संचालकों की बैठक ली गई.
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