Kota Fake Police Team Busted: अपराधी चाहे कितना ही शातिर हो लेकिन एक ना एक दिन पुलिस की गिरफ्त में आ ही जाता है. ऐसा ही एक अजीबो गरीब मामला कोटा के ग्रामीण क्षेत्र में देखने को मिला जहां पर एक पुलिस अधिकारी पुलिस की नाकाबंदी को देखकर जंगल में भाग गया.


नाकाबंदी कर रहे पुलिसकर्मी कुछ समझ नहीं पाए कि आखिर पुलिस का अधिकारी पुलिस को देखकर क्यों भाग रहा है. लेकिन उसे दौड़कर पकड़ा तो वह पुलिस की वर्दी में शातिर बदमाश निकला. जब पूरा मामला सामने आया तो पुलिस के भी होश उड़ गए. यह एक फर्जी पुलिस वाला था जो हाइवे पर लोगों की गाड़ी रुकवा कर अवैध वसूली करता था. 


इस आरोपी के खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले विभिन्न धाराओं में विभिन्न थाने में दर्ज हैं. कोटा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक करन शर्मा ने बताया कि अपराधी शिवा उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार किया गया है. यह हाईवे पर खड़ा होकर गाड़ियों को रोकना था. दो सादा वर्दी में लोग इसके साथ खड़े रहते थे. 


हाइवे पर गाड़ी को रोक कर वसूलता था पैसे
एसपी करन शर्मा ने बताया कि शातिर बदमाश शिवा पुलिस का रोब दिखाता था और उसके बाद वसूली शुरू होती थी, पैसे नहीं मिल जाए तब तक डराया धमकाया जाता था और पैसे मिलते ही यह लोग वहां से रफू चक्कर हो जाते थे, लेकिन एक फरियादी की मदद से एक मुलजिम शिवा धरा गया, जबकि दो मुलजिम साजिद पुत्र रफीक अनंतपुर निवासी एवं मुरारी बैरवा निवासी रूपाहेड़ा को पुलिस तलाश कर रही है.


यह दोनों जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले. यह पूरा मामला मोड़क थाने का है जिसमें पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल कर शातिर बदमाश शिवा को गिरफ्तार किया है. शिवा से पूछताछ की जा रही है कि उसने अब तक कितने लोगों को लूटा और कितनी वसूली की है।


गाड़ी के पूरे कागज होने पर भी वसूली की कोशिश
एसपी करण शर्मा कोटा ग्रामीण ने बताया कि जिला कोटा ग्रामीण पुलिस द्वारा थाना मोड़क क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर आने जाने वाले वाहन चालकों को रुकवाकर धमकी देकर अवैध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अपराधी शिवा उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है.


फरियादी भरत कुमार, निवासी चौथ माता मंदिर के सामने मोड़क गांव ने रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि वह दरा स्टेशन की तरफ से ट्रक लेकर मोड़क गांव आ रहा था, तो रास्ते में एनएच-52 पर अमझार नदी के पास तीन व्यक्तियों ने मुझे रुकवाया, जिसमें से एक ने पुलिस अधिकारी की वर्दी पहन रखी थी, और दो व्यक्ति सादा कपड़ों में थे. उन्होंने मेरे से कागजात मांगे.


आरोपी को ऐसे किया गिरफ्तार
भरत कुमार ने आगे बताया कि मेरे कागजात कम्पलीट होने के बावजूद भी उन लोगों ने गाड़ी जब्त करने की धमकी देकर रुपए की मांग करने लगे. मैं मौका पाकर वहां से भाग गया और थाना मोड़क पर उक्त घटना के सम्बंध में रिपोर्ट पेश की. मुल्जिमानों की तलाश की गई तो डीएसटी टीम को सूचना मिली कि अपराधी झालावाड़ की तरफ से कोटा की तरफ आ रहे है, इस पर नेशनल हाईवे अमझार नदी पर नाकाबंदी की गई. 


नाकाबंदी के दौरान गाड़ी झालावाड़ की तरफ से आती हुई नजर आई, जिसको रुकवाया गया तो उसमें से तीन व्यक्ति उतरकर जंगल की तरफ भागे, जिनमें से एक व्यक्ति ने पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी पहन रखी थी, और दो व्यक्ति सादा ड्रेस में थे, जिनका पीछा किया गया तो पुलिस की वर्दी पहना हुआ व्यक्ति पकड़ में आया और दो व्यक्ति भागने में सफल हो गए. जिनकी तलाश जारी है.


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