Kota News: कोटा के सरकारी अस्पताल में पहला किडनी ट्रांसप्लांट सफल, मां ने बेटे को दान की किडनी
कोटा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स की टीम की मेहनत रंग लाई. यहां मां ने बेटे को किडनी दान देकर जान बचाई. कोटा-जयपुर की टीम के डॉक्टरो की मदद से 5 घंटे से अधिक समय तक ऑपरेशन किया और ऑपरेशन सफल रहा.
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Kota: कोटा के इतिहास में पहली बार किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. कोटा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स की टीम की मेहनत रंग लाई. यहां मां ने बेटे को किडनी दान देकर जान बचाई. कोटा-जयपुर की टीम के डॉक्टरो की मदद से 5 घंटे से अधिक समय तक ऑपरेशन किया और ऑपरेशन सफल रहा. बताया जा रहा है की मरीज गुमान सिंह का ऑपरेशन पहले 22 अप्रेल को करना था. लेकिन जयपुर से टीम नहीं आने ओर अन्य कारणों से ऑपरेशन टालना पड़ा. ऐसे में 29 अप्रेल को मरीज की तबियत खराब हो गई.
जहां डॉक्टरों ने उपचार किया और मरीज के ठीक होने के बाद 11 मई को ऑपरेशन किया गया. कोटा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि कोटा के लिए यह खुशी की बात है कि पहला किडनी ट्रांसप्लांट सफल हुआ है अब किडनी ट्रांसप्लांट अब सरकारी अस्पताल में हो सकेगा. यह ऑपरेशन स्क्सेज होना मरीजों के लिए राहत की खबर है.
मां ने दी बेटे को किडनी और बचाई जान
कोटा के इतिहास में पहला किडनी ट्रांसप्लांट मरीज गुमान सिंह 40 वर्षीय निवासी बूंदी का हुआ है. डॉक्टर नीलेश जैन ने बताया की मरीज गुमान सिंह की दोनों किडनी खराब थी. कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में जांच कराई. जहां किडनी डोनर को ढूंढ रहे थे. इसी बीच हमने मां शैली बाई का सैम्पल लिया तो मैच हो गया. मां ने बेटे की जिंदगी बचाने के लिए अपनी किडनी देने की इच्छा जाहिर की.
जांच पड़ताल पूरा करने के बाद जयपुर की टीम से संपर्क किया और जयपुर से टीम पहुंचने के बाद कोटा मेडिकल कॉलेज और जयपुर के डॉक्टर्स टीम ने किडनी ट्रांसप्लांट किया. किडनी का ट्रांसप्लांट करने के लिए ऑपरेशन में 5 घंटे का समय लगा. जबकि डोनर की किडनी ऑपरेट करने में सवा दो घंटे का समय लगा. किडनी को सफल ऑपरेट करने के बाद गुमान सिंह को ऑपरेट करने में साढ़े तीन घंटे का समय लगा. गौरतलब है की 8.50 करोड़ की लागत से कोटा में किडनी ट्रांसप्लांट विंग बनाई गई थी. जिसमे दो मॉड्यूलर ओटी, 3 बेड आइसोलेशन आईसीयू है. जिसमे पहली बार सफल ऑपरेशन हुआ है.
सरकारी अस्पतालों में लगातार बढ़ रही सुविधाएं
कोटा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य विजय सरदाना ने बताया कि कोटा मेडिकल कॉलेज के नवीन अस्पताल में डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक किडनी का रिप्लेसमेंट किया. इस पर नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने डॉक्टरों की टीम को बधाई दी. और कहा की कोटा में चिकित्सा सेवा में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है. प्रदेश सरकार चिकित्सा सेवाओं को लेकर गंभीर है. प्रिंसिपल विजय सरदाना ने बताया कि मंत्री धारीवाल ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ भी ज्यादा से ज्यादा मरीजों को मिले ऐसे निर्देश दिए हैं. ताकि इसी तरह मरीजों को लाभ मिलता रहे और सरकार की योजना से जिंदगी खुशहाल हो सके.
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