Kota News Today:  मां वह शब्द है, जिसमें पूरी दुनिया समा जाती है. मां अपने बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करती हैं. कभी-कभी तो अपने कलेजे के टुकडे को बचाने के लिए अपनी जान पर भी खेल जाती है, लेकिन कोटा (Kota) में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक मां ने अपने ही बच्चे को चंबल में डुबोकर मार डाला. इसके बाद वह पुलिस (Kota Police) के गुमराह करने के लिए कई कहानियां सुनाती रहीं, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो सारी की सारी कहानी तोते की उड़ गई.

दादाबाड़ी पुलिस थाना क्षेत्र के अधरशिला मजार के पास चम्बल नदी में मंगलवार को एक चार साल के बच्चे का शव मिला था. इस मामले को सुलझाते हुए पुलिस ने बच्चे की हत्या के आरोप में उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की वजह से महिला ने अपने ही जिगर के टुकड़े को चंबल नहीं में फेंक कर हत्या कर हत्या कर दी.

दरगाह में हाजिरी के बाद बेटे को डुबोया


निर्दई मां ने पहले दरगाह में हाजिरी लगाई और बाद में बालक को चंबल नदी में डुबो दिया. इस मामले में शिकायत के बाद जब पुलिस ने महिला से पूछताछ की, तो उसने बताया कि बच्चे का पैर फिसल गया था और वह चम्बल में डूब गया. उसने कहा कि इस घटना से मैं बेहद डर गई थी, लेकिन पुलिस को उसकी बात पर शक हुआ और पूरे मामले की तह तक गई तो कई विरोधाभास सामने आए. उसके बाद जब सख्ती की गई, तो सारी कहानी सामने आ गई.


आरोपी महिला दिलअफरोज ने पूछताछ में बताया कि बच्चा जब से पैदा हुआ है, मानसिक रूप से ठीक नहीं था. वह बड़ा होने के साथ भी ठीक नहीं हो रहा था. वह बार-बार लार टपकाता रहता था और गंदगी करता था. वह कपड़े भी खराब कर देता था, जिससे वह परेशान हो चुकी थी.

इस शख्स ने महिला को पहुंचाया जेल


पुलिस अधीक्षक शहर शरद चौधरी ने बताया कि किशोरपुरा निवासी प्रत्यक्षदर्शी फिरोज अहमद ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वह मंगलवार सुबह पौने 12 बजे करीब आधारशिला दरगाह पर था. इस दौरान उसने महिला को दो बच्चों के साथ देखा था. उसने पुलिस को बताया कि महिला ऑटो से उतर कर दो बच्चों के साथ आई थी. महिला के पास साल भर की बच्ची व लगभग 4-5 साल का बच्चा था. महिला दोनों बच्चों को लेकर दरगाह में गई, 15-20 मिनट बाद महिला वापस आई, तो उसके साथ पांच साल का बच्चा नहीं था. उसने उस महिला से पूछा कि बच्चा कहा है, तो उसने कोई जवाब नहीं दिया. थोड़ी देर बाद वह दरगाह में गया तो चम्बल नदी में बच्चा नजर आ गया. इस रिपोर्ट पर मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी राजेश कुमार पाठक ने नेतृत्व में पुलिस की चार टीमों का गठन किया था.

सीसीटीवी खंगाले तो हो गई पहचान


चारों टीमों ने अज्ञात महिला व मृतक बच्चे की पहचान के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. मृतक बच्चे व महिला के बारे में मध्य प्रदेश से भी जानकारी जुटाई गई. बाद में मृतक बच्चे की पहचान मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के पाडोला निवासी चार वर्षीय यामीन अंसारी पुत्र शाकिर अंसारी के रूप में हो गई. शाकिर अंसारी की 33 वर्षीय पत्नी दिलअफरोज ही दोनों बच्चों को लेकर दरगाह गई थी. पूछताछ के बाद दिलअफरोज ने बच्चे को पानी में फेंकने की बात कबूल ली.


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