Rajasthan News: मेडिकल प्रवेश की तैयारी कर रहे छात्र नवनीश नायडू (16) ने शनिवार देर रात पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली. सोमवार को नवनीश का पोस्टमार्टम किया गया. जानकारी के मुताबिक छात्र फ्री फायर गेम खेलने का आदी था और इसी के चलते वह पढ़ाई में भी पिछड़ रहा था, जिसकी वजह से वह काफी तनाव में रह रहा था. यह भी पता चला है कि फंदे पर लटकने से पहले नवनीश ने चूहे मारने की दवा खाई थी, जिसे उसने ऑनलाइन मंगवाया था. जवाहर नगर थाना पुलिस के एएसआई ओमप्रकाश का कहना है कि मृत छात्र नवनीश गांव कोतापल्ली नेल्लोर आंध्र प्रदेश का निवासी था, उसके पिता पौलुनेनी अंडमान निकोबार पुलिस में कार्यरत हैं. वह महावीर नगर प्रथम के हॉस्टल में रहता था.
हॉस्टल संचालक ने कहा था- छात्र का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा, वापस ले जाइए
परिजनों के आने के बाद मृतक छात्र का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस ने बताया कि छात्र ने जहर की गोलियां कैसे मंगाईं, उसकी पूरी जांच की जाएगी. वहीं मृतक छात्र के पिता पौलुनेनी श्रीनिवासन ने बताया कि पढ़ाई में नवनीश एवरेज से बेहतर स्टूडेंट था, उसके टेस्ट में 720 में से 500 से ज्यादा नंबर आ रहे थे, मेहनत करने पर काफी अच्छे नंबर ला सकता था. पिता ने यह भी बताया कि कुछ साथियों और हॉस्टल संचालक ने पौलुनेनी श्रीनिवासन से कहा था कि नवनीश का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है, उसे वापस ले जाइए.
13 जुलाई को आने वाले थे पिता, लेकिन उससे पहले ही कर ली आत्महत्या
श्रीनिवासन ने बताया कि वह अंडमान निकोबार पुलिस में कार्यरत हैं, उन्होंने अपने डिपार्टमेंट में छुट्टी के लिए अर्जी दाखिल कर दी थी, लेकिन अवकाश नहीं मिल पाया था, इसीलिए आने में देरी हो गई. पिता ने बताया कि उन्होंने 13 जुलाई का टिकट करवाया हुआ था ताकि कोटा आकर नवनीश को समझाएं, लेकिन उससे पहले ही उसने आत्महत्या कर ली.
ऑफलाइन क्लास से रहता था गायब
नवनीश के पिता ने बताया कि उन्हें पता चला था कि बेटा ऑफलाइन क्लास में नहीं जा रहा है, ऐसे में उन्होंने एब्सेंट रिपोर्ट आने पर कोचिंग संस्थान में भी बात की थी. उनहोंने कहा कि उन्होंने इसको लेकर नवनीत से भी बात की थी और उससे क्लास में पहुंचने के बाद फोटो भेजने के लिए भी कहा था, लेकिन वह नहीं भेज रहा था. पिता ने कहा कि उन्होंने कोचिंग संस्थान से भी नवनीश को मोटिवेट करने के लिए कहा था.
निगरानी के लिए कमरे में लगा था 360 डिग्री का कैमरा
पिता पौलुनेनी श्रीनिवासन ने बताया कि उनका बेटा फ्री फायर गेम खेलता था, ये बात उनके नॉलेज में भी आई थी. उन्होंने कहा कि उन्होंने नवनीश को काफी समझाया था, उसे बोला था कि घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उसे इस तरह के गेम्स नहीं खेलने चाहिए और पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए. पिता ने यह भी बताया कि उस पर निगरानी रखने के लिए कमरे में 360 डिग्री का कैमरा लगाया हुआ था, इससे नाराज होकर उसने एक बार कैमरे के तार काट दिए थे. हॉस्टल संचालक से कहकर उसे फिर दुरुस्त करवाया गया था. इसके बाद फिर उसने कैमरे को खराब कर दिया था. उसके पिता का कहना है कि उनका बेटा दोबारा से फ्री फायर गेम खेलने लग गया था, इस संबंध में उसका एक साथी उसे बार-बार फ्री फायर गेम खेलने के लिए उकसाता था, ऐसा उसके मोबाइल में आए मैसेज के जरिए पता चला है.
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