Deva Gurjar Murder Case: देवा गुर्जर उर्फ देवा डॉन हत्याकांड मामले में फरार चल रहे आरोपी भैरू लाल गुर्जर को पुलिस ने पकड़ लिया है. पुलिस को आरोपी की एक माह से तलाश थी. पकड़ पाने में नाकाम रही पुलिस ने आरोपी की संपत्ति को जब्त करना शुरू कर दिया था और चेचट इलाके में स्थित आलीशान मकान को बुलडोजर से ध्वस्त करने की तैयारी थी. पुलिस को पंचायत के रिकॉर्ड का इंतजार था. बुलडोजर की कार्रवाई से हत्यारा भैरू गुर्जर डर गया और मुकुंदरा की पहाड़ियों में छुप गया. ठिकाने की भनक लगने पर पुलिसकर्मियों ने आरोपी को दबोच लिया.
देवा डॉन हत्याकांड का वांटेड अरेस्ट
कोटा रूरल एसपी कावेंद्र सागर ने बताया कि देवा हत्याकांड में शामिल वांछित इनामी बदमाश भैरू लाल गुर्जर पर पुलिस लगातार निगरानी रख रही थी. मण्डाना थानाधिकारी कल्याण सिंह को सूचना मिली की आरोपी मुकुंदरा पहाड़ी के जंगलों में छिपा हुआ है. सूचना पर एएसपी सीताराम प्रजापत के सुपरविजन और सीओ ग्रामीण नेत्रपाल सिंह के निर्देशन और थानाधिकारी कल्याण सिंह के नेतृत्व में टीमों ने मुकुंदरा पहाड़ी के जंगलों में दबिश देकर आरोपी भैरू लाल गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस ने रखा था 5000 रु का इनाम
एसपी कावेंद्र सागर के मुताबिक हत्याकांड मामले में पुलिस 24 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी. केवल भैरू लाल गुर्जर ही पुलिस की पकड़ से दूर था. भैरू लाल गुर्जर का बेटा और भाई भी पुलिस की गिरफ्त में हैं. गिरफ्तारी के लिए परिजनों सहित कई ठिकानों पर दबिश दी गई लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं लगा. आखिरकार कोटा पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 5 हजार का इनाम घोषित किया. लेकिन फिर भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा. चेचट थाना इलाके में स्थित आरोपी की संपत्ति का ब्यौरा खंगालने पर पता चला कि 4 बीघा भूमि पर आरोपी ने कब्जा कर आलीशान बंगला बना रखा था. आलीशान बंगला पूरी तरह से चारागाह भूमि पर बना हुआ है और अवैध है. कार्रवाई के लिए दस्तावेज आना बाकी थे और ध्वस्त की तैयारी थी लेकिन उससे पहले ही आरोपी पकड़ा गया.
बुलडोजर के लिए रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस सूत्रों ने बताया कि भले ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया हो लेकिन अतिक्रमण कर बनाए गए आरोपी के बंगले पर कार्रवाई होगी. केवल पंचायत की रिपोर्ट का इंतजार है. रिपोर्ट आने के साथ ही अतिक्रमण को हटाया जाएगा क्योंकि चारागाह की भूमि को अतिक्रमित कर निर्माण किया गया है. ऐसे में किसी प्रकार से अतिक्रमण या निर्माण नहीं हो सकता. हालांकि अतिक्रमण की कार्रवाई करने पर पंचायत और प्रशासन की भूमिका अहम होगी.
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