Rajasthan: वायु वेग और ध्वजा से लगता है मानसून का अनुमान, कोटा की अनोखी है रियासतकालीन परंपरा
Kota News: आज आषाढ़ी पूर्णिमा पर गढ़ कोटा स्थित ऐतिहासिक जंतर की बुर्ज पर स्थित दिशा सूचक यंत्र में धर्म ध्वजा लगाकर वायु धारणा पूजन किया गया. पूजा बाद वायु के प्रभाव की दिशा को देखा गया.
Rajasthan News: राजस्थान के कोटा की परम्पराएं भी निराली हैं. वायु परीक्षण से पता चलता है कि कोटा संभाग में बरसात कैसी होने वाली है. अनोखी परंपरा रियासत काल से चली आ रही है. मानसून में बारिश का अनुमान लगाने के लिए वायु धरना पूजा होती है. वायु धरना पूजन का आयोजन गढ़ पैलेस में होता है. इस बार भी पूजन शुभ मुहूर्त के अनुसार हुआ. बताया गया कि हाड़ौती में औसत से ज्यादा बारिश इस मानसून सीजन के दौरान होने का अनुमान है.
वायु धारणा पूजन करवाने वाले आचार्य पंडित आशुतोष दाधीच ने बताया कि रियासत काल से परम्परा चली आ रही है. आज आषाढ़ी पूर्णिमा पर गढ़ कोटा स्थित ऐतिहासिक जंतर की बुर्ज पर स्थित दिशा सूचक यंत्र में धर्म ध्वजा लगाकर वायु धारणा पूजन किया गया. पूजा बाद वायु के प्रभाव की दिशा को देखा गया. ध्वज दिशा ने बताया कि इस बार बरसात अच्छी होगी.
इस बार फसलों के लिए लाभदायक रहेगी वर्षा
शुभ मुहूर्त के समय वायु का प्रभाव नैरकत्य कौण से ईशान कोण की ओर रहा है. हाड़ौती में मानसून के मध्यम से अच्छा रहने का संकेत है. पूजन के बाद निकले निष्कर्ष में सामने आया कि हाड़ौती क्षेत्र में वर्षा औसत से अच्छी रहने की संभावना है. वर्षा फसलों के लिए लाभदायक रहेगी. कुछ क्षेत्रों में वर्षा आवश्यकता से अधिक होने के कारण फसलों को हानि भी पहुंचाएगी. क्षेत्र के कृषकों को नुकसान होने की आशंका बनेगी. सभी धान्यों को मंगला आरती के बाद दोबारा तौला जाएगा. धान्य के वजन बढ़ोतरी देखकर फसल अच्छे होने का अनुमान लगाया जायेगा.
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