Kota Latest News: पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल (Kota Railway Division) की तरफ से एक से बढ़कर एक नवाचार किए जा रहे हैं, जो अन्य मंडलों के लिए भी प्रेरणा बनते जा रहे हैं. ऑनलाइन टिकट, 24 घंटे रेल यात्रियों की शिकायतों का निस्तारण, बच्चों के लिए आरपीएफ का मित्र अभियान तो वहीं, महिला सुरक्षा और रेल यात्रियों को अनेक सुविधाएं दी जा रही हैं जो कि अन्य रेल मंडलों में देखने को नहीं मिलती है. इन्हीं नवाचारों में से एक नावाचा हैं, चलती ट्रेन में चिकित्सा सेवाएं. इस सेवा के माध्यम से सैकड़ों यात्रियों को अब तक लाभान्वित किया जा चुका है.  
 
कोटा मंडल यात्री सुविधाओं की बढ़ोत्तरी दिशा में लगातार सकारात्मक कार्य कर रहा है. कोटा मंडल ने चलती ट्रेन में तत्काल यात्रियों को आपातकालीन मेडिकल सुविधा तीव्रता से मिल सके, इसके लिए पहल की है. ये पहल कोटा मंडल में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 1 जुलाई, 2024 से शुरू की गई, जिसमें यात्रियों की भरपूर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है.


257 TTE को कराया फर्स्ट-एड किट उपलब्ध 


भारतीय रेल में कोटा के डीआरएम मनीष तिवारी के मार्गदर्शन, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुपर्णा सेन रॉय के नेतृत्व में ये प्राथमिक उपचार सुविधा की शुरुआत की गई. इस सुविधा के तहत मंडल के 257 टिकट चेकिंग स्टाफ को फर्स्ट-एड किट उपलब्ध कराया गया.


50 रुपये में प्राथमिक उपचार सेवा उपलब्ध


वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि कोई भी यात्री आपातकालीन परिस्थितियों में नाम मात्र शुल्क 50 रूपए देकर इस प्राथमिक उपचार सुविधा का लाभ चलती गाड़ी में ले सकता है. मंडल के सभी टिकट चेकिंग स्टाफ के पास चलती ट्रेन में 13 प्रकार की विभिन्न प्राथमिक उपचार की दवाइयों की किट उपलब्ध रहती है.


24 घंटे चलती ट्रेन में मिल रही ये मेडिकल सेवाएं


आपातकालीन मेडिकल समस्या होने पर यात्री कोच के ऑन ड्यूटी टीटीई से सम्पर्क कर सकता है. नेटवर्क के अनुरूप टेलीफोनिक माध्यम से रेलवे डॉक्टर ऑडियो या वीडियो के माध्यम से तत्परता से सामान्य बीमारियों का उपचार करते हैं. मंडल में औसतन प्रतिदिन 8 यात्रियों का उपचार हो रहा है.


यात्रियों की आपातकालीन मेडिकल सेवा के लिए चौबीस घंटे रेलवे डॉक्टर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. चंद मिनटों में यात्रियों का सामान्य उपचार जैसे-पेट दर्द, बुखार, उल्टी, दस्त, सिरदर्द, हल्की चोट इत्यादि का परामर्श के माध्यम से दवा देकर उपचार हो रहा है. इस सुविधा का लाभ लोने वाले लोग इस नवाचार को बेहद सराहनीय बता रहे हैं.


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