रेलवे स्टेशन पर खराब खाने और अवैंध वेंडर्स पर लगेगी रोक, अब हर प्लेटफॉर्म पर अलग रंग की टीशर्ट में दिखेंगे दुकानदार
Kota Railways News: कोटा रेल मंडल ने यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इसी क्रम में गुणवत्ताहीन खाद्य पदार्थ और अवैध वेंडर्स पर लगाम लगाने केलिए विशेष प्लान बनाया है.
Kota News Today: कोटा रेल मंडल के जरिये यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर लगातार नवाचार किया जा रहा है. सुरक्षा के साथ यात्रियों को सकारात्मक माहौल देने का प्रयास किया जा रहा है.
इससे पहले कंट्रोल रूप स्थापित कर 24 घंटे शिकायतें प्राप्त कर उनका निस्तारण किया जा रहा था. मोबाइल ऐप से टिकट की सुविधा और मेडिकल की सुविधा ट्रेन में उपलब्ध कराए जाने जैसे नवाचार किए गए, जिसके सार्थक परिणाम सामने आए हैं.
टीशर्ट पर होगी वेंडर्स की डिटेल
इस बार कोटा मंडल ने अवैध वेंडर्स की रोकथाम के लिए ड्रेस कोड जारी किया है. विरष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक और जनसंपर्क अधिकारी रोहित मालवीय ने बताया कि रेलवे ने ट्रेनों और स्टेशनों पर अवैध वेंडर्स पर अंकुश लगाने के लिए सकारात्मक कदम उठाया है.
हालांकि स्टेशनों पर वाणिज्य अधिकारियों और खानपान निरीक्षक के जरिये नियमित अंतराल पर औचक निरीक्षण किया जाता रहा है, लेकिन उसके बाद भी अवैध वेंडर्स अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे थे.
रेलवे ने निर्धारित किया है ये ड्रेस कोड
ऐसे में खाद्य सामग्री के गुणवत्तापूर्ण नहीं होने की शिकायतों पर शीघ्र कारवाई और अवैध वेंडर्स पर लगाम लगाने के लिए प्रत्येक प्लेटफार्म पर वेंडर्स को एक निर्धारित कलर की ड्रेस पहनना अनिवार्य किया गया है.
उन्होंने कहा कि, प्लेटफॉर्म संख्या एक पर काली कलर की टी-शर्ट, प्लेटफॉर्म संख्या 2 या 3 पर ऑरेंज कलर की ड्रेस टी-शर्ट और प्लेटफॉर्म संख्या 4 पर नीली कलर की टी-शर्ट पहनना अनिवार्य होगा, जहां सभी के साथ काली कलर की पैंट की ड्रेस कोड निर्धारित की गई है.
जिससे यात्री आसानी से वैध और अवैध वेंडर्स की पहचान कर सकता है. इस निर्धारित ड्रेस पर पीठ पर और टी-शर्ट की जेब पर लाईसेंस धारक का नाम, यूनिट आईडी और पीएफ नंबर अंकित किए गए हैं.
शिफ्ट के अनुसार वेंडर्स की आईडी
ट्रेन में चलने वाले और प्लेटफार्म पर खाद्य सामग्री बेचने वाले वेंडर्स के लिए स्पेशल आईकार्ड जारी किए गए हैं. सभी वेंडर्स के गले में निर्धारित शिफ्ट के अनुसार कलर कोड का पहचान पत्र होगा.
सुबह की शिफ्ट के लिए लाल, शाम की शिफ्ट में हरा और रात की शिफ्ट में नीला कलर का पहचान पत्र उपलब्ध कराया गया है. वर्तमान में मंडल में विभिन्न प्रमुख स्टेशनों पर कुल 66 लाईसेंसी खानपान स्टाल संचालित किए जा रहे है.
रेल प्रसाशन के जरिये उठाए गए इस कदम की यात्रियों से लगातार पॉजिटिव रिस्पांस मिल रहा है. साथ ही रेलवे स्टाफ जैसे रेलवे सुरक्षा बल के जवानों को भी अवैध वेंडर्स की पहचान करने में आसानी हो रही है.
लोकल खाद्य सामग्री पर लगेगी रोग
इस नवाचार से जहां अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगेगा, दूसरी तरफ रेल यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ मिलेंगे. इससे कोई भी वेंडर गलत सामग्री नहीं बेच सकेगा और ना ही कोई अवैध व्यक्ति ट्रेन में सामान बेच सकेगा.
इस नवाचार से यात्रियों गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री मिलेगी, जिससे उनके बीमार पड़ने की संभावना कम होगी. अभी अवैध वेंडर्स किसी भी तरह का लोकल मा बेचकर स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे थे.
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