Kota News: कोटा संभाग में बीती रात से हो रही तेज बरसात से राजस्थान और मध्य प्रदेश का संपर्क टूट गया है. ज्यादातर नदी नाले उफान पर हैं. बारिश से चंबल, पार्वती व कालीसिंध नदी में पानी की आवक हुई है. खातोली पार्वती पुल पर 2 फीट पानी आ गया. जिसके चलते राजस्थान और मध्यप्रदेश का संपर्क कट गया. स्टेट हाइवे 70 कोटा-ग्वालियर श्योपुर मार्ग भी बंद हो गया. वहीं चंबल झरेर पुलिया पर 8 फीट की चादर चल रही है. प्रशासन ने नदियों में बढ़ते जलप्रवाह को लेकर लोगों से सतर्क रहने की अपील की हैं. जिन लोगों ने कल राखी का पर्व नहीं मनाया वह आज राखी मना रहे हैं, लेकिन बरसात के कारण लोग एक ही जगह पर फंस गए हैं.  


60 हजार 600 क्यूसेक पानी की हो रही निकासी
इधर कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश होने से चंबल नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है. इस कारण कोटा बैराज से पानी की निकासी की जा रही है. आज सुबह 8 बजे बैराज के 8 गेट खोलकर 60 हजार 600 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. आगे जवाहर सागर से 53 हजार क्यूसेक पानी की आवक होने से बैराज से पानी रिलीज करना पड़ रहा है. बैराज के 8 गेट को 6-6 फीट खोला गया है. बैराज के गेट खोंलने के बाद पानी की निकासी का नजारा देखने के लिए लोग पहुंचने लगे है. 


इससे पहले 25 जुलाई को कोटा बैराज के 11 गेट खोलकर 1 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की गई थी. कोटा बैराज की 854 फीट भरवा क्षमता है. यहां से साढ़े सात लाख क्यूसेक पानी की अधिकतम एक साथ निकासी की जा सकती है. लगभग साढ़े छह लाख हैक्टेयर भूमि सिंचित होती है. जल स्तर को मेंटेन रखने के लिए कोटा बैराज से पानी की निकासी की जाती है.


कोटा संभाग में औसत से करीब 40 प्रतिशत बारिश अधिक
कोटा संभाग में कोटा और झालावाड़ में अधिक बरसात हुई हैं, ऐसे में कोटा में अब तक औसत 40 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है. उधर मध्यप्रदेश में चंबल नदी के सबसे बड़े गांधी सागर बांध कैचमेंट एरिया में पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश हो रही है. गांधी सागर बांध में भारी पानी की आवक को देखते हुए राणा प्रताप सागर बांध के गेट खोलने की तैयारी की जा रही है. पानी की आवक बढ़ी तो गांधी सागर के गेट भी खोले जा सकते हैं. मध्यप्रदेश ने राजस्थान को अलर्ट जारी कर दिया है.


अमझार पुलिया पर पानी, रास्ता बंद
कोटा से दरा और झालावाड़ जाने वाले रास्ते में अमझार पुलिया वाला खाल आने से सुबह से ही रास्ता बंद हो गया है. काफी देर से यातायात को  रोक रखा है, जिस कारण वाहनों की कतारें लग गई. वहीं कोटा से कैथून कनवास होकर झालावाड़ जाने वाला रास्ता खुला है, दरा व कमलपुरा में दोनो तरफ वाहनों की कतारें लगी हैं.