राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) में महावीर नगर थाने (Mahavir Nagar police station) के सीआई श्रीराम बड़ेसरा को चांटा मारने और लॉकअप तोडने की धमकी देने के 5 साल पुराने मामले में बीजेपी विधायक चन्द्रकांता मेघवाल (BJP MLA Chandrakanta Meghwal), उनके पति नरेन्द्र मेघवाल सहित छह आरोपी मंगलवार को महावीर नगर थाने में उपस्थित नहीं हुए. पुलिस ने सभी को नोटिस जारी कर थाने में तलब किया था.
थानाधिकारी ने क्या बताया
थानाधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह झांझरिया ने बताया कि, इस मामले में सीआईडीसीबी ने जांच पूरा कर लिया है. केशवराय पाटन, विधायक चंद्रकांता मेघवाल, उनके पति नरेन्द्र मेघवाल सहित 9 लोगों पर जुर्म प्रमाणित पाया गया. मामले में तीन आरोपियों की हाईकोर्ट से जमानत अर्जी मंजूर हो गई.
दोबारा दिया जाएगा नोटिस
महावीर नगर पुलिस ने अब बीजेपी विधायक चंद्रकांता मेघवाल और उनके पति नरेन्द्र मेघवाल सहित छह लोगों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 41 ए के तहत नोटिस जारी कर मंगलवार को थाने में तलब किया था. उनके उपस्थित नहीं होने पर अब दुबारा नोटिस दिया जाएगा.
राज्यसभा चुनाव की वजह से मिला नोटिस!
इतने लंबे अंतराल के बाद नोटिस दिए जाने का वास्ता राज्यसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. चंद्रकांता मेघवाल को दिया गया नोटिस कहीं ना कहीं दबाव के रूप में देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि अगर विपक्ष का एक वोट कम होगा तो हार जीत पर असर पड़ सकता है.
बीजेपी ने लगाया ये आरोप
वहीं नोटिस मिलने पर बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट किया, ‘‘राज्यसभा चुनावों में नैतिक रूप से हार चुकी कांग्रेस और राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बीजेपी के विधायकों के (खिलाफ) मुकदमों पर कार्रवाई के नाम पर किस तरीके से भयभीत करने का कुत्सित षड्यंत्र रचा जा रहा है. आग से मत खेलिए गहलोत साहब!! चुनाव तो 10 जून को हो जाएंगे फिर? ’’
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी लोकेश शर्मा ने कहा कि विधायक के खिलाफ जब मामला दर्ज हुआ तब राज्य में बीजेपी की ही सरकार थी. ऐसे में क्या तब इनको 'भयभीत करने का कुत्सित षड्यंत्र रचा' गया था? '
पूनिया की ‘आग से मत खेलिए गहलोत साहब!! चुनाव तो 10 जून को हो जाएंगे फिर?’ टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए शर्मा ने कहा कि उन्हें ऐसे शब्द शोभा नहीं देते हैं.