Kota News: न्यूयॉर्क के हडसन रिवर फ्रंट से लंबा होगा चंबल रिवर फ्रंट, दूसरे फेज का रोडमैप तैयार, जानिए क्या होगा खास
Chambal River Front: टूरिजम को बढ़ावा देने के लिए चंबल रिवर फ्रंट को विश्वस्तरीय लुक दिया जा रहा है. इसके निर्माण में 1000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.
Rajasthan News: कोचिंग सिटी कोटा (Kota) को टूरिस्ट हब बनाने के लिए सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट चंबल रिवर फ्रंट (Chambal River Front) का काम जोरों पर चल रहा है. प्रोजेक्ट के तहत चंबल नदी (Chambal River) के दोनों किनारों पर कुल 13 किमी लंबा गार्डन (Garden) बनाया जाएगा. नयापुरा ब्रिज (Nayapura Bridge) से रंगपुर ओवरब्रिज (Rangpur Overbridge) तक चंबल नदीं के दोनों किनारों पर ये गार्डन बनाया जाएगा. सैर-सपाटे के लिए लंबे-लंबे ट्रैक बनाए जाएंगे. यह काम चंबल रिवर फ्रंट के दूसरे चरण में जनवरी में शुरू हो जाएगा.
पहले चलण में 6 किमी क्षेत्र को हैरिटेज थीम पर डेवलप किया जा रहा है, जिसके दिसंबर में पूरा होने की संभावना है. वहीं, दूसरे फेज पर 1 हजार करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है. दोनों फेज पूरे होने पर चंबल रिवर फ्रंट 19 किमी लंबा होगा जो साबरमती रिवर फ्रंट (Sabarmati River Front) के बराबर और न्यूयॉर्क के हडसन रिवर फ्रंट (Hudson River Front) से लंबा होगा.
साबरमती के फर्स्ट फेज की लंबाई 11.5 किलोमीटर
कोटा के चम्बल रिवर फ्रंट को विश्व स्तरीय बनाए जाने पर कार्य किया जा रहा है. इसके सेकेंड फेज की डीपीआर प्रक्रिया में है. सेकेंड फेज की डिजाइन करीब-करीब तैयार है. साबरमती रिवर फ्रंट के फर्स्ट फेज की लंबाई की बात करें तो उसकी लंबाई 11.5 किलोमीटर है, जबकि सेकेंड फेज अब शुरू हुआ है. मंत्री धारीवाल ने बताया कि सेकेंड फेज के लिए डीपीआर पर काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि लैंड स्केपिंग, पिचिंग तैयार कर हरियाली विकसित की जाएगी. उन्होंने कहा कि फर्स्ट फेज का काम दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है, कुछ काम शेष रहेगा वो जनवरी तक पूरा हो जाएगा.
डेढ दर्जन से अधिक कॉलोनियों को बाढ़ से बचाएगा
हाल ही में कोटा बैराज से 5.20 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया था. बावजूद इसके रिवर फ्रंट के फर्स्ट फेज के कारण बाढ़ से शहर में नुकसान अपेक्षाकृत कम रहा और डाउन स्ट्रीम में बसी कॉलोनियां भी बच गईं. अनुमान के मुताबिक डेढ़ दर्जन के करीब कॉलोनियां इस बार बाढ़ से बच गईं. बीते सालों की तरह इस बार तबाही नहीं हुई. सेकेंड फेज को भी बाढ़ नियंत्रण के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है. चंबल के दोनों किनारों पर 6.50-6.50 किलोमीटर रिटेनिंग वॉल बनाकर गार्डन विकसित किए जाएंगे.
सेकेंड फेज में हरियाली पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
चम्बल रिवर फ्रंट का फर्स्ट फेज पूरी तरह से हैरिटेज लुक पर तैयार किया गया है. इसमें रेत, सीमेंट, लोहे के बड़े-बड़े स्ट्रक्चर बनाए किए गए हैं और देश-दुनिया की कला कौशल का प्रदर्शन किया गया है. फर्स्ट फेज के 6 किलोमीटर लंबे रिवर फ्रंट में मात्र 10 प्रतिशत ही हरियाली है. इसके विपरीत दूसरे फेज में 10 प्रतिशत हिस्से में पक्के स्ट्रक्चर होंगे जबकि बाकी 90 प्रतिशत भाग में हरियाली होगी.
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