Science Center And Digital PlanetariumKota: राजस्थान सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वन, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग संजय शर्मा ने कोटा में मीडिया से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र के टाइगर को कोटा के मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में लाया जाएगा. महाराष्ट्र के वन मंत्री से बात हो गई है वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी उनसे बात की है, जल्द ही कोटा में महाराष्ट्र से एक बाघ और बाघिन देखने को मिलेंगे वहीं सवाई माधोपुर के रणथंबोर से लाए गए दो शावकों को भी जल्द ही जंगल में छोड़ा जाएगा.


ओम बिरला के अथक प्रयास व प्रधानमंत्री की सोच है कि आने वाली तरुणाई को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले. वह जिस फील्ड में जाना चाहता है उसे वहां मौका दिया जाए. उसको लेकर सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग राजस्थान सरकार द्वारा कोटा में साइंस सेंटर और डिजिटल प्लैनेटेरियम का शिलान्यास किया गया है. आने वाले समय में इनोवेशन सेंटर यहां होगा जिसका कार्य 36 महीने पूर्ण कर लिया जाएगा. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से देशभर से आने वाला बच्चा अच्छी शिक्षा व देश को बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है आने वाले समय में आने वाले बच्चों को उसमें लाभ होगा.
 
दो छोटे शवकों को भी जंगल में छोड़ा जाएगा
वन मंत्री ने कहा किअभेड़ा बायलॉजिकल पार्क के दो शावकों शीघ्र ही उन शावकों को भी जंगल में छोड़ा जाएगा. वन विभाग के नियमों के तहत उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें अभी तक बायोलॉजिकल पार्क में रखा गया है. वन मंत्री ने कहा की कोटा को पर्यटक सर्किट के रूप में विकसित करेंगे. कोटा में जिस तरह से डेवलपमेंट हुआ है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में  कोटा एक शैक्षिक नगरी तो है ही यहां आने वाले समय में पर्यटन हब भी बनेगा. चिकित्सा के क्षेत्र में भी इसका नाम है.  


40 साल से वन भूमि पर बसे हैं लोग कैसे हटा सकते हैं
अतिक्रमण के सवाल पर उन्होंने कहा कि वन भूमि पर कई शहरों में अतिक्रमण है लोग 40 साल से बसे हुए हैं उन्हें हटाना अब मुमकिन नहीं है लेकिन नियम के तहत मांग करेंगे राजस्थान सरकार से हमारी भूमि पर अतिक्रमण हुआ है. 40 साल पुरानी बस्ती बसी हुई है उन्हें हटाया नहीं जा सकता. उन्हें भी सम्मान से जीने का अधिकार है.
 
देश का आधुनिकतम व प्रदेश का पहला प्लैनेटेरियम
इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोटा शैक्षणिक नगरी है. देशभर का विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने कोटा आते है. साइंस टेक्नोलॉजी, अंतरिक्ष स्पेस के क्षेत्र में नई प्रगति भारत कर रहा है. इसलिए कोटा में साइंस सेंटर अपने आप में कोटा का आधुनिकतम होगा और राजस्थान का पहला बनने वाला है. इससे विद्यार्थियों को अंतरिक्ष की स्पेस की खगोलीय घटनाओं की जानकारी भी मिलेगी. यहां इनोवेशन सेंटर भी बनाया जाएगा. हमारा नौजवान जो चिंतन, नई सोच, नए विचार से रिसर्च कर रहा है उसे पढ़ने के साथ-साथ अत्याधुनिक उपकरण मिलेंगे जिससे वह नए रिसर्च में शोध कर सकेगा. देश-विदेश की चुनौतियों का रास्ता निकाल सकेगा.


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