Kota Coaching: फीलिंग से खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं कर सका छात्र, सुसाइड नोट में लिखा- 'आई लव यू मम्मा-पापा, लेकिन...'
Kota Coaching Student Suicide: कोटा में 11 दिनों के दौरान 4 कोचिंग छात्रों ने खुदकुशी कर ली है. बरेली निवासी 17 वर्षीय अनिकेत कुमार की खुदकुशी के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला माना जा रहा है.
Kota Student Suicide: कोटा (Kota) में एक और कोचिंग छात्र (Coaching Student) की सुसाइड (Suicide) के पीछे प्रेम प्रसंग माना जा रहा है. बताया जा रहा है लड़की के चक्कर में पड़ने के बाद जीवन लीला समाप्त कर ली. घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में लड़की से परेशान होने की बात लिखी हुई है. सुसाइड नोट में सबसे पहले मम्मा, पापा, भईया को संबोधित करने के बाद मेंटली परेशान होने की बात लिखी है. उसने लिखा की मैं मेंटली बहुत डिस्टर्ब था. एक लड़की ने बहुत परेशान किया. मैं सहन करने की क्षमता नहीं रखता.
लड़की ने मेरी फीलिंग के साथ खिलवाड़ किया. नीट का मेंटल प्रेशर और लड़की का प्रेशर सब हद से ज्यादा हो गया. अब सहन नहीं होता है. उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी 17 वर्षीय अनिकेत कुमार ने सुसाइड नोट में लड़की का जिक्र किया है. उसने एक पेज पर परिवार और दूसरे पर लड़की का जिक्र किया है.
लड़की ने कर दिया था बात करना बंद
डीएसपी अमर सिंह ने बताया कि स्टूडेंट ने सुसाइड नोट छोड़ा है. सुसाइड नोट में दो तरह की बातें सामने आई हैं. पहली बात पढ़ाई के प्रेशर है है और दूसरा ब्रेकअप वाला मुद्दा है. स्टूडेंट का एक लडकी से प्रेम प्रसंग था. लड़की ने बात करना बंद कर दिया था. बातचीत बंद होने से स्टूडेंट तनाव में आने के बाद जानलेवा कदम उठाया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. अनिकेत कोटा में तीन साल से रहकर नीट की तैयारी कर रहा था.
11 दिनों में चार छात्रों ने की खुदकुशी
जानकारी के अनुसार पिछले 11 दिनों में चार छात्रों ने मौत को गले लगाया है. 11 दिसंबर को तीन छात्रों ने खुदकुशी की थी. दो छात्र तलवंडी इलाके के एक ही हॉस्टल में रहते थे. तीसरा छात्र कुन्हाड़ी इलाके में रहता था. सुसाइड करने वाले दो छात्र नीट की और एक छात्र आईआईटी की तैयारी कर रहा था. दो छात्र बिहार के और एक छात्र मध्य प्रदेश का रहने वाला था. अनिकेत नीट की तैयारी कर रहा था. खुदकुशी के बाद परिजन शनिवार को कोटा पहुंचे. जवाहर नगर पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया.
परिचितों ने बताया कि अनिकेत डेंगू से बीमार पड़ने के बाद छुट्टियों पर गांव बरेली गया था. गांव से वापस आने के बाद ज्यादातर समय हॉस्टल में ही रहता था. बीमारी के चलते कोचिंग संस्थान में भी पढ़ाई करने नहीं जा रहा था. उसका भाई अनिकेत को फोन कर रहा था, लेकिन फोन नहीं उठा रहा था. भाई ने वार्डन को फोन किया. कमरे में जाने पर अनिकेत फंदे से लटका हुआ मिला.