Biggest Bell: कोटा में बन रही दुनिया की सबसे बड़ी 82 हजार किलो की घंटी, 8 किमी दूर तक सुनाई देगी आवाज
World Biggest Bell: कोटा के चंबल रिवर फ्रंट पर 82000 किलो वजनी घंटी की गूंज 8 किलोमीटर दूर तक सुनाई देगी. इसमें लगने वाली ज्वेलरी के वजन की गणना नहीं की गई थी. अब इसके वजन की भी गिनती कर ली गई है.
World Biggest Bell: कोटा के चंबल रिवर फ्रंट पर दुनिया की सबसे बड़ी घंटी का निर्माण किया जा रहा है. निर्माण के साथ ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में 3 रिकार्ड इसके नाम दर्ज हो जाएंगे. घंटी की वास्तविक आकृति के फ्लेक्स का प्रदर्शन साइट पर किया गया. 82000 किलो वजनी घंटी की गूंज 8 किलोमीटर दूर तक सुनाई देगी.
घंटी का निर्माण स्टील मैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर इंजीनियर देवेंद्र कुमार आर्य कर रहे हैं. इसकी कलाकृति कोटा का घटोत्कच चौराहा बनाने वाले राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित कलाकार हरीराम कुम्भावत बना रहे हैं. इंजीनियर देवेंद्र कुमार आर्य ने बताया कि घंटी का स्किन वजन 57000 किलो घोषित किया गया था, लेकिन तब तक इसमें लगने वाली ज्वेलरी के वजन की गणना नहीं की गई थी. अब इसके वजन की भी गिनती कर ली गई है.
कोटा में बन रही दुनिया की सबसे बड़ी घंटी
आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया ने बताया कि विश्व की सबसे बड़ी घंटी की ज्वेलरी मजबूती के लिए दी गई है, क्योंकि बिना मजबूती के इसका टूटना निश्चित था. इसलिए इसकी स्ट्रैंथ को ज्वेलरी का डिजाइन देकर आकर्षक लुक चेंज किया गया है. आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया के मुताबिक ज्वेलरी नहीं होने की वजह से मास्को की घंटी टूटी थी. इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए कि किस जगह घंटी से इसका पेंडुलम टकराएगा, उस हिस्से को खास स्ट्रेंथ देकर ज्वेलरी का रूप दिया गया है. घंटी की ज्वेलरी का वजन तकरीबन 25000 किलो है. वह भी घंटी के साथ ही कास्ट होगा. इस प्रकार इस घंटी का कुल वजन 82000 किलो होगा.
सिंगल कास्टिंग घंटी में नहीं होगा ज्वॉइंट
स्टील मैन ऑफ इंडिया देवेंद्र कुमार आर्य ने कहा कि इससे बहुत छोटी चाइना की घंटी का वजन 101 टन है जबकि मास्को की घंटी का वजन 200 टन है. लेकिन कोटा के चम्बल रिवर फ्रंट पर लगने वाली घंटी का स्वरूप देश के सर्वोश्रेष्ठ आर्किटेक्ट अनूप भरतरिया ने इस तरह डिजाइन किया कि यह कभी टूटे भी नहीं और कम वजन में भी उनसे भारी बनाई जा सके, क्योंकि इस घंटी में किसी भी तरह का ज्वॉइंट नहीं है. यह सिंगल कास्टिंग घंटी है. इसलिए इसमें टूटने के चांस करीब करीब 0 फीसद है. इसलिए यह घंटी बहुत सुरक्षित है और बिना ज्वेलरी के असुरक्षित है. ज्वेलरी इस घंटी के लिए बहुत जरूरी पार्ट है, जो इसको मजबूती देगा और हमेशा के लिए इसको इसी पोजीशन में ही रखेगा. यह घंटी कोटा की पहचान बनेगी.
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