Rajasthan News: राजस्थान के कोटा (Kota) में सुभाष नगर द्वितीय में एक तीन साल के बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई. परिजनों ने यूआईटी प्रशासन पर आरोप लगाया है कि लंबे समय से खाली प्लॉट पड़ा हुआ है, जिसमें पानी भरा हुआ है. कई बार शिकायत के बाद भी खाली प्लॉटों को भरा नहीं गया. वहीं अब पानी को खाली नहीं करते. इसकी वजह से एक मासूम को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.


मासूम बच्चे भाविक के पिता तुषार प्रजापति का कहना है कि शुक्रवार (9 फरवरी) को शाम करीब 6.30 बजे भाविक घर से खेलने के लिए गया था. इसके बाद वह काफी देर बाद भी वापस नहीं आया, तो उसकी तलाश की. इस दौरान लगभग दो घंटे तक ढूंढने के बाद खाली प्लॉट में चेक किया, तो वह पानी में गिरा था.  उन्होंने आगे कहा कि प्लॉट में पानी भरने के साथ ही दलदल और झांडियों के कारण बड़ी मुश्किल से उसे निकाला जा सका. इसके बाद भाविक को अस्पताल लेकर पहुंचे, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. भाविक के पिता तुषार प्रजापति का कहना है कि मेरे बेटे की मौत का जिम्मेदार यूआईटी प्रशासन है.


धरने पर बैठे बच्चे के परिजन  
वहीं इस हादसे के बाद से बच्चे के परिजन धरने पर बैठे हैं. वार्ड पार्षद सोनू धाकड़ का कहना है कि जब तक पीड़ित परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा नहीं दे दिया जाता, तब तक धरने पर बैठे रहेंगे. इसके साथ ही जमीन मालिक पर कार्रवाई की जानी चाहिए और वहां पर खाली पड़े सभी प्लॉटों को भरना चाहिए. जो लोग चारदीवारी नहीं करते उनके प्लॉटों को यूआईटी द्वारा निरस्त किया जाना चाहिए. इन सभी मांगों को लेकर सुबह से ही परिजन और स्थानीय निवासी धरने पर बैठे हैं. कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा भी मौके पर पहुंचे हैं.



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