Kota: रणथंभौर से लाई गई बाघिन को रास आ रही मुकंदरा टाइगर रिजर्व की आबोहवा, पहले दिन किया शिकार
Kota News: राजस्थान के कोटा के मुकुंदरा में लाई गई बाघिन एमटी 2301 को सॉफ्ट इनक्लोजर में छोड़ा गया है. वन विभाग के अधिकारी उस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
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Mukandra Hills Tiger Reserve Kota: राजस्थान के कोटा मुकुंदरा को आबाद करने के लिए लाई गई बाघिन एमटी 2301 को सॉफ्ट इनक्लोजर में छोड़ा गया है. जहां उसने शिकार किया और शांत रही. वन विभाग के अधिकारी उसकी हर एक्टिविटि पर 24 घंटे निगरानी रखे हुए हैं. बाघिन ने पानी भी पिया और खूब अठखेलियां की. जिस तरह से उसने पहला दिन बिताया उससे लग रहा है कि रणथंभौर से लाई गई बाघिन को मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व (Mukandra Hills Tiger Reserve) की आबोहवा रास आने लगी है.
बाघिन टी 2301 की मां थी नूरजहां
कोटा के मुकुंदरा में एमटी 2301 को छोड़ा गया है जो बेहद ही शर्मिली बताई जा रही है. बाघिन टी 2301 को रिजर्व के बोराबास में सेल्जर एरिया के सॉफ्ट एनक्लोजर में रखा गया है, यहां उसकी जोड़ी एमटी 5 से बनाई जा रही है. टी 2301, टाइगर टी 114 की बेटी है. टी 114 को नूरजहां के नाम से जाना जाता था. टी 114 ने दो शावकों को जन्म दिया था उसके बाद नूरजहां की मौत हो गई थी.
उसके दोनों शवक कोटा के अभेडा बायलोजिकल पार्क में शिफ्ट किए गए थे, जिनकी यहां देखरेख हो रही है. उन्हें भी कैमरों की निगरानी के साथ कर्मचारियों की नजर में 24 घंटे रखा जा रहा है. टी 2301 दोनों शावकों की बड़ी बहिन है. भाई बहिन पहले से कोटा के अभेडा बायलोजिकल पार्क में है. अब उनकी बड़ी बहन यानि टी 2301 को कोटा के मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में विचरण कर रही है.
बाघ से बाघिन 17 किलोमीटर दूर
मुकुंदरा में बाघ एमटी-5 पिछले तीन माह से अकेला ही विचरण कर रहा है. उसकी जोड़ी को बनाने के लिए 2301 को लाया गया है. फिलहाल दोनो एक दूसरे से दूर हैं, लेकिन जैसे ही सब कुछ अनुकूल रहा तो बाघिन को एनक्लोजर से आजाद कर दिया जाएगा. बाघ एमटी 5 की लोकेशन बाघिन के एनक्लोजर क्षेत्र से करीब 17 किमी दूर आ रही है. अधिकारियों द्वारा बताया गया कि यदि बाघ की लोकेशन एनक्लोजर के नजदीक आती गई तो बाघिन को रिलीज कर दिया जाएगा.
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