Rajasthan News: सोगरिया स्टेशन के पुनर्विकास के बाद अब इस स्टेशन से नई दिल्ली के लिए ट्रेन सुविधा भी प्रारंभ होने जा रही है. तीन दिवसीय प्रवास पर कोटा आ रहे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 14 फरवरी को सोगरिया-नई दिल्ली ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. कोटा मंडल के कई स्टेशनों पर गाड़ियों का ठहराव भी स्वीकृत हुआ है. जानकारी के अनुसार सोगरिया-नई दिल्ली एक्सप्रेस दोपहर 4.25 बजे कोटा से रवाना होकर रात 10.35 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी. वापसी में यह गाड़ी अगले दिन सुबह 7.10 बजे नई दिल्ली से रवाना होकर दोपहर 1.25 बजे सोगरिया स्टेशन पहुंचेगी. रास्ते में यह गाड़ी लाखेरी, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, श्री महावीर जी, भरतपुर तथा मथुरा स्टेशन पर रूकेगी.


5 ट्रेनों का ठहराव स्वीकृत
संसदीय क्षेत्र के लोगों की मांग पर लोकसभा अध्यक्ष ने पांच ट्रेनों का मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर ठहराव स्वीकृत करवाया है. जानकारी के अनुसार बांद्रा-बरौनी अवध एक्सप्रेस 12 फरवरी से रामगंजमंडी स्टेशन, इंदौर-जोधपुर रणथम्भौर एक्सप्रेस 12 फरवरी से दरा स्टेशन पर, बांद्रा-हरिद्वार देहरादून एक्सप्रेस 12 फरवरी से दरा और मोड़क स्टेशन और 13 फरवरी से केशवरायपाटन और कापरेन स्टेशन और जबलपुर-अजमेर दयोदय एक्सप्रेस 13 फरवरी से लाखेरी स्टेशन पर रूकेगी. स्पीकर बिरला स्वयं 13 फरवरी को दयोदय एक्सप्रेस से लाखेरी जाएंगे.


चार घंटे में कोटा से दिल्ली
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रहे नई दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे में नई दिल्ली से कोटा का काम अगले साल फरवरी तक पूरा हो जाएगा. इसके बाद इस एक्सप्रेस वे पर कोटा से दिल्ली के बीच ट्रेनें राजधानी एक्सप्रेस की गति से दौड़ेंगी और चार घंटे में दोनों शहरों के बीच की दूरी पूरी की जा सकेगी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा राजस्थान में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के कार्यों की समीक्षा बैठक में मंत्रालय के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.


तीन घंटे में दिल्ली से जयपुर
नई दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस के तहत सोहना से दौसा मार्ग इसी वर्ष पूरा हो जाएगा, जिसके बाद नई दिल्ली से जयपुर की दूरी तीन घंटे की रह जाएगी. वड़ोदरा से अंकलेश्वर मार्ग अप्रैल में प्रारंभ होने की संभावना है. यह पूरा प्रोजेक्ट 2023 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद कोटा से मुंबई भी मात्र 12 घंटे में पहुंचा जा सकेगा. 


बूंदी-सवाई माधोपुर को मिलेगा लाभ
भारतमाला परियोजना के तहत ही बन रहे जामनगर-अमृतसर एक्सप्रेस-वे को भी आपस में जोड़ा जाएगा, जिससे यह दोनों एक्सप्रेस और अधिक उपयोगी बन जाएंगे. कोटा-दिल्ली के बीच एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने के बाद सबसे अधिक लाभ बूंदी और सवाई माधोपुर को मिलेगा. पर्यटन संभावनाओं की दृष्टि से समृद्ध इन दोनों जगहों पर पर्यटकों के लिए पहुंच काफी आसान हो जाएगी. इससे इन दोनों जगहों पर व्यापार में भी वृद्धि होगी.


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