Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में खाद वितरण में बरती जा रही लापरवाही और अनियमितताओं के चलते किसानों को खाद लेने में परेशानी हो रही है. इस परेशानी को लेकर अब प्रशासन पूरी तरह एक्शन मोड में आ गया है. अब जिला कलेक्टर खुद किसानों की खाद वितरण की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण कर रहे हैं, साथ ही लापरवाह अधिकारियों पर गांज गिरना भी शुरू हो गया है. नैनवां उपखण्ड में चल रही यूरिया खाद की मारामारी और क्रय विक्रय सहकारी समिति के भवन पर किसानों की भीड़, महिलाओं में धक्कामुक्की आदि के बारे में जानकारी मिलने के बाद संयुक्त शासन सचिव मूलचन्द ने एक आदेश जारी किया. आदेश के तहत खाद वितरण में अनियमितता बरतने के आरोप में बूंदी कृषि उप निदेशक रमेश चन्द्र जैन को निलम्बित कर दिया गया है. निलम्बन काल के दौरान कृषि आयुक्तालय जयपुर को मुख्यालय बनाया गया है.
खाद विक्रय लाइसेंस भी निलंबित
इससे पूर्व कृषि विभाग के आयुक्त कानाराम ने खाद वितरण में लापरवाही बरतने पर देई के सहायक कृषि अधिकारी पप्पू लाल मीणा को निलंबित कर दिया, हालांकि निलंबन के कारण प्रशासनिक बताए गए हैं. आयुक्त ने आदेश में लिखा कि देई के सहायक कृषि अधिकारी पप्पू लाल मीणा को प्रशासनिक कारणों से तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाता है. इसके साथ ही कृषि विभाग के उपनिदेशक ने नैनवां क्रय-विक्रय सहकारी समिति का खाद विक्रय का लाइसेंस एक दिसम्बर तक के लिए निलंबित कर दिया.
प्रशासन की निगरानी में बांटा गया यूरिया
देई कस्बे में रविवार को निजी लाइसेंस धारी पुष्पा फर्टिलाइजर खाद के पास 2 ट्रकों में 1,120 बोरी यूरीया जैसे ही आया और किसानों को खाद मिलने की सूचना मिली, उसी समय क्षेत्र के 10 से अधिक गांव से किसान और महिलाओं की दुकान के बाहर भीड़ जमा हो गई. जिस पर देई थाना अधिकारी बुधराम ने मय जाब्ता मौके पर पहुंचकर कमान संभाली. जिसके बाद पुलिस और प्रशासन की निगरानी में किसानों को यूरिया खाद बंटवाया गया. तपती धूप में किसानों को एक राशन कार्ड और आधार कार्ड का परिचय देखकर एक व्यक्ति को महज दो बोरी खाद दिया गया. वहीं कई किसानों को घंटों भर लाइन में लगने के बाद भी खाद नहीं मिला. जिससे उनको बेरंग लौटना पड़ा.