Rajasthan Crime News: कोटा पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश किया है. वाहन चोर गिरोह की चोरी का अंदाज निराला था. शादी समारोह में आये मेहमानों की कारों को पार कर दिया जाता था. पुलिस ने दो चोरों के पास से 10 कारों को बरामद किया है. पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि गैंग मेहमानों की बाहर खड़ी कार को निशाना बनाता था.
मेहमान शादी समारोह में व्यस्त होते थे. बाहर पार्क की हुई कारों को गैंग के सदस्य गायब कर देते थे. वाहन चोर गैंग का एक सदस्य मेहमानों पर नजर रखता था. चोर पास में मोबाइल भी नहीं रखते थे. चोर गिरोह का दूसरा सदस्य लोगों की नजरों से बचकर कार को लेकर रफू चक्कर हो जाता था.
वाहन चोर गैंग का खुलासा
सीसीटीवी की जद में आने से बचने के लिए चोर टॉल क्रॉस नहीं करते थे. कार चोरी के बाद चेचिस नंबर बदलकर ग्रामीण क्षेत्र में बेच देते थे. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पड़ोसी राज्य और राजस्थान के कई जिलों से दर्जनों चार पहिया वाहन चोरी की शिकायत मिली थी. थाना बोरखेडा से भी कार चोरी का प्रकरण सामने आया था. वाहन चोर की गिरफ्तारी के लिए थानाधिकारी रामलक्षमण और प्रभारी साइबर सेल की अगुवाई में टीम गठित की गयी.
सीसीटीवी और तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पुलिस की टीम ने दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान इमरान खान पुत्र निजामुद्दीन, निवासी न्यू कोलोनी बून्दी और सद्दामउद्दीन पुत्र सलामुदीन्, निवासी सब्जीमंडी बून्दी के रूप में हुई है. उनके पास से कोटा शहर और अन्य जिलों से चोरी की कुल 10 कारें जब्त की गयी हैं.
पुलिस को मिली सफलता
पूछताछ में वाहन चोरी के अन्य मामलों का खुलासा होने की उम्मीद है. दोनों वाहन चोर जयपुर जिले से 5 कार चोरी के मुकदमों में फरार चल रहे थे. अलग-अलग थाना क्षेत्रों से कार चोरी की करीब 9 रिपोर्ट दर्ज कराई गयी थी. वाहन चोर गैंग काफी शातिर तरीके से घटना को अंजाम देता था. चोरी का सुराग नहीं मिलने की वजह से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
शातिर चोर चोरी के बाद कार का चेसिस और इंजन नंबर बदल देते थे. ग्रामीण इलाकों में ऑल्टो कार की भारी मांग है. चोर ग्रामीणों से चोरी की कार को बेचकर मोटी कमाई करते थे.