Rajasthan News: आज पूरा देश करवा चौथ का पर्व मना रहा है. महिलाएं अपने सुहाग की लम्बी उम्र की कामना के लिए व्रत उपवास रख रही हैं. आज के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखते हुए चांद निकलने के बाद ही पति के हाथ से पानी पीकर उपवास की पूर्णाहुति करती हैं. ऐसे में अपराधियों को पकड़ने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाने वाली कोटा (Kota) की महिला पुलिसकर्मियों को शहर पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत की ओर से सौगात मिली है. उन्होंने कोटा शहर के अधीन आने वाले सभी थाने और अन्य विभागों की महिला पुलिसकर्मियों को करवा चौथ का अवकाश दिया है. इस आदेश से कोटा शहर की सभी महिलाओं में खुशी की लहर है.


रीति रिवाज निभाने का अधिकार
इस संबध में महिला पुलिसकर्मियों से बात की तो उनका कहना है कि सभी तीज त्योहार पर महिलाओं की ड्यूटी रहा करती है. होली दिवाली हो या कोई भी पर्व हो हमेशा ड्यूटी पर रहते हैं लेकिन करवा चौथ पर निर्जला उपवास रखते हुए ड्यूटी करना मुश्किल होता है. ऐसे में एसपी का ये आदेश काबिले तारीफ है. 24 घंटों में महिलाओं की ड्यूटी बदल-बदल कर लगती है. ऐसे में कई महिला पुलिसकर्मी चांद निकलने तक ड्यूटी करती हैं. कभी पति थाने पर आकर व्रत खुलवाते हैं तो कभी अधिकारियों से थोड़ी देर व्रत खोलने तक का अवकाश लेकर जाते थे. वहीं इस बार तो एसपी के आदेश ने सभी महिला पुलिसकर्मियों के चेहरे पर रंगत ला दी.


210 महिलाओं को मिला अवकाश
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय राम कल्याण मीणा ने बताया कि कोटा में सभी थाने, ट्रैफिक पुलिस, एसपी ऑफिस, कोर्ट, महिला थाना, पुलिस लाइन सहित सभी जगह जहां भी महिला पुलिसकर्मी काम कर रही हैं उन सभी को अवकाश दिया गया है. कोटा में 210 महिला पुलिस कर्मी हैं, जिनमें से 200 के करीब विवाहित हैं और कुछ महिला पुलिसकर्मी अविवाहित हैं. ऐसे में सभी को इस अवकाश का लाभ मिलेगा. इसके साथ ही इन महिला पुलिसकर्मियों में कांस्टेबल से लेकर अधिकारी तक शामिल हैं.


ग्रामीण महिला पुलिसकर्मियों में मायूसी
कोटा शहर पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत द्वारा जैसे ही महिला पुलिसकर्मियों को करवा चौथ का अवकाश दिया गया तो पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण महिला पुलिसकर्मियों में मायूसी छा गई है. उन्हें भी अपने एसपी द्वारा अवकाश दिए जाने की बातें चलने लगी. फिलहाल ये आदेश कोटा शहर की महिला पुलिसकर्मियों के लिए हैं.