Kota News: कोटा में बन रहा चंबल रिवर फ्रंट (Chambal River Front) देश दुनिया के कई मॉन्यूमेंट्स के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने जा रहा है जिसका जल्द ही उद्घाटन प्रस्तावित है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सहित मंत्रिमंडल के कई मंत्री, सेलिब्रिटी और विशेष अतिथि यहां पर पहुंचेंगे. इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस बीच यहां एक घंटा बनाया जा रहा है जो दुनिया का सबसे बड़ा घंटा होगा. इस घंटे को बनाने वाले स्टील मैन आफ इंडिया के नाम से विख्यात इंजीनियर देवेंद्र कुमार आर्य (Devendra Kumar Arya) का कहना है कि इस तरह की बेल दुनिया में कहीं भी नहीं है.
देवेंद्र कुमार ने कहा कि एक घंटा रूस में है और दूसरा चीन में है जिसका वजन 200 टन है. आर्य ने कहा कि एक विशेष तरह के सांचे में यह बेल बनकर तैयार हो चुकी है जिसे सूखने में एक महीना लगेगा. उसके बाद फिनिशिंग होगी और राज्य सरकार की स्वीकृति से उसे विशेष हुक पर लगाया जाएगा. देवेंद्र कुमार आर्य का कहना है कि इसमें कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बने हैं. 3 जुलाई 2022 को इसका काम शुरू किया गया था. जिसमें विशेष तरह की 30 भट्टियों का निर्माण किया गया. विशेष तरह के फाइबर का सेट बनाया गया.
100 किलो का पेंडुलम
यह घंटा जर्मन हेंकर फाइवर का विशेष शेड, पेंडुलम और जॉइंट लैस चेन से लैस होगा. आर्य ने कहा कि इसका पेंडुलम 100 किलो का है और 425 किलो की जॉइंट लेस चैन है. उन्होंने कहा कि इसका काम अंतिम चरण में चल रहा है. इस घंटे का वजन 79000 किलोग्राम है. उन्होंने कहा कि इसमें इस्तेमाल की गई धातु में विशेष तरह के मेटल का उपयोग किया गया है जिससे यह घंटा कभी भी काला नहीं पड़ेगा.
कोई भी बजा सकता है घंटा, 8 किलोमीटर तक सुनाई देगी आवाज
आर्य ने कहा कि इस बेल को कोई भी एक सामान्य आदमी बजा सकता है. इसको इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे आसानी से बचाया जा सकेगा. इसकी ध्वनि भी कर्णप्रिय होगी और आवाज 8 किलोमीटर दूर तक जाने का भी दावा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पास में बजाए जाने पर भी इसकी आवाज कानों को नुकसान नहीं पहुंचाएगी.