Krishna Janmashtami 2023: भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व का हिन्दू धर्म में अलग ही महत्व होता है. उत्तर प्रदेश के मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को धूमधाम से मनाया जाता है. मथुरा जिले से भरतपुर जिले की सीमा लगी होने के कारण भरतपुर को भी ब्रज क्षेत्र ही माना जाता है. यहां भी कृष्ण भगवान् के प्रति लोगों में बेहद आस्था है भरतपुर से 40 किलोमीटर दूर गोवर्धन स्थित गिर्राज पर्वत और मथुरा स्थित कृष्ण जन्म भूमि के दर्शन करने हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है. 


भरतपुर शहर के प्राचीन और ऐतिहासिक बांके बिहारी मंदिर में रात को 12 बजे श्रीकृष्ण का पंचामृत से अभिषेक कर चिनामृत का वितरण किया जाता है. जन्माष्टमी के दिन अक्सर महिलाएं व पुरुष व्रत रहते है और कन्हैया जी के अभिषेक होने के बाद चिनामृत लेकर व्रत खोलते हैं या चिनामृत लेने के बाद ही कुछ पानी वगैरा ग्रहण करते हैं. मंदिरों में अभिषेक के समय भजनो पर महिला पुरुष नाच -गाकर बड़े ही हर्षोल्लास से कन्हैया का जन्मदिन मनाते हैं और छोटे -छोटे बच्चों को कृष्ण रूप देकर प्रतियोगिता भी कराइ जाती है. 


पहली बार इस्कॉन मंदिर वृंदावन द्वारा मनाया जाएगा जन्माष्टमी का पर्व 
भरतपुर में पहली बार इस्कॉन समिति वृंदावन द्वारा भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा. श्री कृष्ण जन्मोत्सव की स्थानीय समिति के संयोजक सुनील गोयल ने बताया है की पहली बार भरतपुर के सेक्टर 3 में स्थित राज गार्डन में इस्कॉन समिति द्वारा भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है. 


थाईलैंड के फूलों से सजेगी फूल बंगला झांकी 
जानकारी के अनुसार सुबह 4 बजे मंगला आरती के साथ जन्माष्टमी पर्व की शुरुआत होगी और 9 बजे से देश के विभिन्न प्रकार के सजावटी फूलों के अलावा थाईलैंड से भी फूल मंगवाए गए हैं, जिनसे भव्य फूल बंगला झांकी सजाई जाएगी. थाईलैंड के फूलों से भव्य फूल बंगला झांकी सजेगी 56 भोग के दर्शन के साथ ही शाम को पांच बजे से रात के 12 बजे तक देशी विदेशी कृष्ण भक्तों द्वारा संकीर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. भगवान श्री कृष्ण के भजनो पर विदेशी महिला-पुरुष नृत्य करते हुए कान्हा का जन्मोत्सव मनाएंगे.  


मंदिरों को आकर्षक रौशनी से खूब सजाया जा रहा है. साथ ही जन्माष्टमी के दिन मंदिरों में विराजित कृष्ण राधा की मूर्तियों को दूध, दही, शहद सहित पंचामृत से अभिषेक किया जाता है. शहर सहित जिले के पुराने और नए मंदिरों में इस उत्सव को मनाने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है. 


रेलवे विभाग ने चलाई स्पेशल मेमू ट्रेन
रेलवे प्रशासन द्वारा जन्माष्टमी को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आज छह सितंबर से नौ सितंबर तक कृष्ण जन्माष्टमी मेला स्पेशल मेमू ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. मेमू स्पेशल ट्रेन कोट ऐसे सुबह 7 बजे चलकर सवाई माधोपुर गंगापुर सिटी ,बयाना भरतपुर से होते हुए दोपहर को 12 बजकर 50 मिनट पर मथुरा पहुंचेगी. मथुरा स्टेशन से 1 बजकर 30 मिनट पर वापस  रवाना होगी और शाम को 7 बजकर 25 मिनट पर कोटा स्टेशन पर पहुंचेगी.


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