UP News: उमेश मिश्रा (Umesh Mishra) को राजस्थान (Rajasthan) सरकार द्वारा नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में नियुक्त किए जाने के बाद शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर (Kushinagar) जिले में मिश्रा के पैतृक गांव सकरौली में जश्न शुरू हो गया. नियुक्ति पर ग्रामीणों ने एक-दूसरे को व गांव में रहने वाले मिश्रा के परिजनों को बधाई दी.
ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटी
उमेश मिश्रा के भतीजे और पीसीएस अधिकारी एस.एन. मिश्रा ने गांव वालों को उमेश मिश्रा की नियुक्ति की जानकारी दी. घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटी. एस.एन. मिश्रा ने कहा कि यह पूरे क्षेत्र के लिए बड़े गर्व की बात है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और सकरौली गांव का कोई व्यक्ति राजस्थान पुलिस बल का प्रमुख बन गया है. उमेश मिश्रा 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
गहलोत की सरकार बचाये थे
गहलोत सरकार ने 1989 बैच के आईपीएस उमेश मिश्रा को राजस्थान सरकार का नया डीजीपी बना दिया. बीते गुरुवार को देर रात 12 बजे के बाद कार्मिक विभाग की ओर से यह आदेश जारी किया गया. राज्य सरकार को लगभग चार साल से महत्वपूर्ण खुफिया सूचना देने वाले उमेश मिश्रा को राज्य पुलिस विभाग के मुखिया की कमान मिली है. मिश्रा दिसंबर 2018 से वे एडीजी INTELLIGENCE के पद पर सेवाएं दे रहे थे. दिलचस्प यह है कि चार आईपीएस अफसरों की सीनियरिटी को लांघ कर उन्हें यह पद दिया गया है.
इन अफसरों में 1988 बैच के पीके सिंह, बीएल सोनी, यूआर साहू, 1989 बैच के भूपेंद्र कुमार दक शामिल हैं. पहले भी इस पद पर आईपीएस अफसरों की वरिष्ठता दरकिनार करके डीजीपी बनाए जाते रहे है. बीएल सोनी सीएम अशोक गहलोत के भी बेहद करीबी माने जाते हैं, लेकिन सोनी पर उमेश मिश्रा भारी रहे थे. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही मिश्रा को पुलिस खुफिया की कमान दे दी गई थी.