Rajasthan News: राजस्थान में माली, सैनी, कुशवाहा और मौर्य समाज ने प्रदेश में 12 प्रतिशत आरक्षण सहित 12 सूत्रीय मांगों की हुंकार भरी है. कुशवाहा प्रदेश आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्य गांव-गांव में जाकर समाज के लोगों को नुक्कड़ सभाओं के द्वारा जागरूक करने का कार्य कर रहे है. इसी कड़ी में कुशवाहा प्रदेश आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों द्वारा भरतपुर जिले में 2 जगह नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया गया. जिसमें महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया.


मांगें नहीं मानी तो लोकसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार
कुशवाहा समाज की महिलाओं ने कुशवाहा आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया की आरक्षण के इस आंदोलन में महिलाएं भी पुरषों से पीछे नहीं रहेंगी.  नगला छतरी के रहने वाले कुशवाहा समाज के पूरन सिंह भगत ने एलान किया है कि अगर सरकार ने हमारी 12 प्रतिशत आरक्षण सहित 12 सूत्रीय मांगों को नहीं माना तो कुशवाहा समाज आने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेगा. 


आरक्षण आंदोलन की आगामी रणनीति पर लिया निर्णय
आरक्षण आंदोलन की आगामी रणनीति को लेकर कुशवाहा समाज एवं प्रदेश आरक्षण संघर्ष समिति एवं सभी पदाधिकारियों ने बैठक कर सर्व सहमति से निर्णय लिया. आरक्षण की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए पहले छोटी-छोटी सभा के द्वारा समाज को जागरूक करने का निर्णय लिया गया. आपको बता दें कि इससे पहले भी कुशवाहा, माली, सैनी और मौर्य समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर आगरा-जयपुर नेशनल हाईवे को 2 बार जाम किया जा चुका है. इस दौरान आश्वासन के बाद जाम खोल दिए गए. लेकिन इस बार नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से समाज के लोगों को कहा जा रहा है कि आरक्षण नहीं तो वोट नहीं.


पहले से चल रहा है जाट आरक्षण संघर्ष समिति का महापड़ाव
आपको बता दें कि राजस्थान के भरतपुर जिले में जाट आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा 17 जनवरी से महापड़ाव चल रहा है. समिति की तरफ से 7 फरवरी से दिल्ली-मुंबई रेल ट्रेक को जाम करने का ऐलान किया गया है.


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