Dholpur News: राजस्थान के धौलपुर जिले में आज सर्वधर्म समाज के 101 जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया. जानकारी के मुताबिक समारोह में बेसहारा, अनाथ और गरीब 101 कन्याओं का विवाह (Marriage) कराया जा रहा है. समारोह में 17 मुस्लिम जोड़ों, 10 सिक्ख और 74 हिन्दू दूल्हा-दुल्हनों के फेरे कराए जाएंगे. सभी धर्मों के लिए अलग-अलग पंडाल लगाया गया जिससे वे अपने रीति-रिवाज से शादी कर सकें. विवाह समारोह में तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों से वर-वधु परिणय सूत्र में बंध गये हैं.
एलईडी, फ्रिज, कूलर समेत दिया गया सारा जरूरी सामान
सर्वधर्म विवाह समारोह धौलपुर स्थित तीर्थराज मच्छकुण्ड परिसर में किया जा रहा है. विवाह समारोह में 15 वर पक्ष के और 15 वधु पक्ष के लोगों को आने के लिए निमंत्रण दिया गया है. जानकारी के अनुसार विवाह बंधन में बंधने वाले सभी 101 जोड़ों को घर गृहस्थी में काम आने वाला सामान फ्रिज, एलईडी, बैड, अलमारी, कूलर, ड्रेसिंग टेबल के साथ श्रृंगार का सामान भी समिति द्वारा दिया गया है.
पहले 350 कन्याओं की करा चुके हैं शादी
यह आयोजन कराने वाले समाजसेवी अनिल अग्रवाल ने बताया कि वह इससे पहले अब तक 350 कन्याओं का विवाह करा चुके हैं. उन सभी कन्याओं को भी आज के समारोह में आने का निमंत्रण दिया गया है. उन्होंने कहा कि उनके साथ उनके बच्चे भी इस विवाह समारोह में शामिल हुए हैं.
किसी की मां नहीं, किसी के सिर से उठ गया बाप का साया
उन्होंने कहा कि आज जिन कन्याओं की शादी कराई गई है इसमें लगभग 22 कन्याओं के माता-पिता नहीं है. 25 कन्याओं की मां नहीं है तो 38 कन्याओं के सिर पर पिता का साया नहीं है. इसके अलावा 16 कन्याएं बेहद गरीब हैं जिनके घर में दो टाइम खाने को रोटी तक नहीं है. ऐसी गरीब कन्याओं की शादी आज सर्वधर्म विवाह समारोह में कराई जा रही है. अनिल अग्रवाल ने कहा कि आज को मिलाकर अब तक वे 451 कन्याओं की शादी करा चुके हैं.
भामाशाहों ने किया कन्यादान
धौलपुर जिले के भामाशाहों ने भी विवाह स्थल तीर्थराज मचकुण्ड पहुंचकर गरीब कन्याओं का कन्यादान किया. भामाशाहों के साथ ही स्थानीय लोगों ने भी विवाह स्थल पर जाकर कन्याओं को कन्या दान किया.
क्या कहना है समाजसेवी अनिल अग्रवाल का
समाजसेवी अनिल अग्रवाल ने बताया कि यह विवाह लाडली जगमोहन सेवा समिति धौलपुर के तत्वाधान में तीर्थराज मचकुंड में आयोजित किया गया. इसमें 101 गरीब कन्याओं का विवाह कराया गया. इनमें 54 युवतियां ऐसी थीं जिनके माता-पिता नहीं है और 22 युवतियां ऐसी थीं जिनके माता-पिता और भाई भी नहीं हैं.
क्या कहना है शहर काजी का
शहर काजी डॉ. मतीन खान गौरी का कहना है कि आज धौलपुर की जमीन पर हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक सामूहिक विवाह सम्मेलन हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैं इस मौके पर विवाह संपन्न करा रही कमिटी और समाजसेवी अनिल अग्रवाल का शुक्रिया अदा करता हूं और सभी वर-वधुओं के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं.
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