Udaipur Royal Family: 'हम किसी के गलत सोच का...', मेवाड़ राजतिलक विवाद पर लक्ष्यराज सिंह का पलटवार
Udaipur Royal Family Dispute: उदयपुर राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के मुताबिक हम 40 साल पहले भी ऐसी ही स्थिति का सामना कर चुके हैं. हम किसी के गलत सोच का जवाब कानून के अनुसार देंगे.
Udaipur Royal Family Controversy: राजस्थान के उदयपुर में पूर्व राजघराने में पिछले दो दिनों से चल रहा राजतिलक विवाद सुर्खियों में है. इस बीच मंगलवार (26 नवंबर) की रात राज परिवार के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ मीडिया के सामने आकर इस विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राजघराने को लेकर जो कुछ हो रहा है वो दुर्भाग्यपूर्ण है.
पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा, "जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था. हमें उम्मीद है कि प्रशासन और सरकार सच्चाई का साथ देगी और न्याय करेगी. इस मामले में हम हमेशा से न्यायालय का दरवाजा खटखटाते आए हैं. कानून को अपने हाथ में लेना और खुद को कानून से ऊपर समझना सही नहीं है. हम 40 साल पहले भी ऐसी ही स्थिति का सामना कर चुके हैं. हम किसी के गलत सोच का जवाब कानून के अनुसार देंगे. आरोप लगाने वालों के दावे झूठे हैं. सिटी पैलेस के अंदर का मंदिर सभी के लिए खुला है, बशर्ते वे जिम्मेदारी से वहां आएं."
#WATCH | #WATCH | Rajasthan: Lakshyaraj Singh Mewar, member of the erstwhile royal family of Udaipur says, "What happened was unfortunate. We hope that the administration and the government will stand with truth and serve justice... We can always approach the court. It is not… pic.twitter.com/BToJkEl5GM
— ANI (@ANI) November 26, 2024
नाथद्वारा विधायक पर साधा निशाना
लक्ष्यराज सिंह ने विश्वराज सिंह मेवाड़ (नाथद्वारा विधायक) को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ पदों पर बैठे हुए लोग इसका नाजायज लाभ उठा रहे हैं. ऐसे लोग शक्ति प्रदर्शन के जरिए गलत रास्ता अपना रहे हैं. हम उनके मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे.
'मंदिर कभी किसी के लिए बंद नहीं किया'
उन्होंने एकलिंगजी मंदिर के दर्शन को लेकर कहा कि मंदिर कभी भी किसी के लिए भी नहीं बंद किया गया. मंदिर में कोई भी कभी भी दर्शन के लिए जा सकता है. मंदिर के दर्शन को लेकर कई तरह की बातें फैलाई जा रही हैं. वो सब बस एक अफवाह हैं.मंदिर सबकी आस्था से जुड़ा मसला है. वहां आस्था और भााव के साथ जाया जाता है, लेकिन कुछ लोग इसे शक्ति प्रदर्शन की जगह बना रहे हैं.
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