Rajasthan Politics: कोटा कलेक्ट्रेट पहुंचा लाल डायरी का मुद्दा, युवा मोर्चा की मांग- 'सच सामने लाना जरूरी...'
Rajasthan Red Diary Case: राजस्थान की राजनीति में लाल डायरी का रंग और भी लाल होता चला जा रहा है. एक के बाद एक बयान और विरोध प्रदर्शन सामने आ रहे हैं.
Lal Diary Politics in Rajasthan: राजस्थान की राजनीति में लाल डायरी (Red diary) का रंग और भी लाल होता चला जा रहा है. एक के बाद एक बयान और विरोध प्रदर्शन सामने आ रहे हैं. इस बार कोटा के युवा एक बड़ी सी लाल डायरी के साथ छोटी डायरियां लेकर कलेक्ट्री पहुंचे और राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया. युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष गिर्राज गौतम ने कहा कि लाल डायरी का सच राजस्थान की जनता के सामने आना चाहिए.
लोगों के खून पसीना का पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया. कांग्रेस सरकार की भ्रष्ट काली करतूतों की लाल डायरी का सच जनता के सामने लाने की मांग को लेकर युवाओं ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर बड़ी लाल डायरी बनाकर विरोध प्रदर्शन किया.
लाल डायरी में आरसीए चुनावों में लेनदेन का हिसाब भी मौजूद
बीजेपी सोशल मीडिया जिला संयोजक राकेश निर्मल सेन ने बताया कि ज्ञापन का रंग भी लाल डायरी के स्वरूप में ही था. कार्यकर्ता सर्किट हाउस एकत्रित होकर डायरियां और तख्तियां हाथ में लेकर कल्कट्रेट पहुंचे, जहां युवाओं को संबोधित करते हुए गिर्राज गौतम ने कहा कि जो मंत्री कभी इस सरकार के लिए संजीवनी साबित हुआ, जिसके लिए मुख्यमंत्री खुद कह चुके हैं कि उनकी सरकार इन्हीं की वजह से बची है. आज उसी मंत्री ने जब विधानसभा में इस सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोली और इनके काले चिट्टे की लाल डायरी लहराई तो सारी सरकार में हड़कंप मच गया.
उनके साथ हाथापाई करके वो डायरी छीन ली. उन्होंने खुद कहा है इस डायरी में सरकार के हजारों करोड़ों के लेनदेन का हिसाब है साथ ही सरकार बचाने के समय खरीदे गए विधायकों का हिसाब और आरसीए के चुनावों के लेनदेन का हिसाब भी मौजूद है.
जनता के की कमाई को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया
युवाओं ने कहा कि राजस्थान की जनता इस लाल डायरी का सच जानना चाहती है. वो चाहती है कि जनता के खून पसीने की गाढ़ी कमाई को इस सरकार ने कहां भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया या राजस्थान के युवाओं के सपनों को कहां बेचा गया. किसानों के साथ किए गए धोखे का हिसाब कौन देगा.
मुख्यमंत्री इस पूरे घटनाक्रम पर एक शब्द नहीं बोले
प्रदेश के मुख्यमंत्री इस पूरे घटनाक्रम पर एक शब्द नहीं बोले ये दर्शाता है की पूरी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है जिसका हिसाब जनता आने वाले समय पर करेगी. प्रदर्शन के बाद राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी लाल डायरी के स्वरूप में ही दिया गया साथ ही कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के बाहर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लगे होर्डिंग के सामने बड़ी लाल डायरी को रखकर विरोध जताया आने जाने वाले लोगों ने भी मुख्यमंत्री के साथ इस डायरी के फोटो लिए.
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