Lalit Modi News: ललित मोदी ने बेटे रुचिर को ‘फैमिली ट्रस्ट’ में बनाया अपना उत्तराधिकारी, ट्वीट कर कही ये बात
Lalit Modi News: कारोबारी समूह केके मोदी फैमिली ट्रस्ट में जारी संपत्ति विवाद के बीच ललित मोदी ने बेटे रुचिर मोदी को तत्काल प्रभाव से अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने की रविवार को घोषणा की.
Lalit Modi Property: कारोबारी समूह केके मोदी फैमिली ट्रस्ट में जारी संपत्ति विवाद के बीच ललित मोदी ने बेटे रुचिर मोदी को तत्काल प्रभाव से अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने की रविवार को घोषणा की.
कोरोनावायरस संक्रमण की चपेट में आने के बाद लंदन के अस्पताल में भर्ती मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में रुचिर मोदी को पारिवारिक मामलों में अपना उत्तराधिकारी बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में उन्होंने बेटी आलिया के साथ चर्चा करने के बाद यह फैसला किया है.
मोदी ने बयान में कहा, ‘‘मैंने इस बारे में अपनी बेटी के साथ चर्चा की है और हम दोनों की ही यह राय है कि मुझे एलकेएम (ललित कुमार मोदी) परिवार के मामलों का नियंत्रण और ट्रस्ट में अपने लाभदायक हितों की कमान अपने बेटे रुचिर मोदी को सौंप देनी चाहिए.’’
संपत्ति के नियंत्रण को लेकर विवाद
ललित मोदी का अपनी मां और बहन के साथ परिवार के भीतर संपत्ति के नियंत्रण को लेकर विवाद चल रहा है. मोदी ने इस कानूनी विवाद को लंबा, थकाऊ और मुश्किल बताते हुए कहा, ‘‘इसके निपटारे के लिए कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन इसका कोई अंत नहीं दिख रहा है. इसने मुझे काफी पीड़ा पहुंचाई है.’’
रुचिर को परिवार में अपना उत्तराधिकारी बनाने के साथ ही मोदी ने कहा कि अब फैमिली ट्रस्ट की किसी भी संपत्ति या आमदनी में कोई भी दिलचस्पी नहीं रह जाएगी. हालांकि वह केकेएमएफटी के न्यासी के तौर पर बने रहेंगे.
ललित मोदी का चल रहा इलाज
ललित मोदी ने उपचार की तस्वीरें साझा करते हुए कहा, ‘‘दो सप्ताह में दो बार कोविड के साथ इनफ्लूएंजा और गंभीर निमोनिया के चलते तीन सप्ताह तक कैद रहने के बाद आखिरकार दो डॉक्टरों के साथ हवाई एम्बुलेंस के जरिए पहुंच गया हूं.’’
उन्होंने कहा कि उड़ान सुगम रही. उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से अब भी चौबीस घंटे बाहरी ऑक्सीजन प्रणाली की मदद ले रहा हूं.’’
ललित मोदी ने मेक्सिको सिटी में उनका इलाज करने वाले और वापस ब्रिटेन लाए जाने के दौरान उनके साथ आए डॉक्टरों का शुक्रिया अदा किया.
वह कर चोरी, धनशोधन और प्रसारण सौदों में हेरफेर के आरोपों के बाद 2010 में भारत छोड़कर लंदन चले गए थे. वह आईपीएल के संस्थापक और तीन साल तक अध्यक्ष रहे.