Lata Mangeshkar के निधन पर राजस्थान में 2 दिन का राजकीय शोक घोषित, आधा झुका रहेगा राष्ट्रीय ध्वज
Lata Mangeshkar Death: भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने राज्य में 2 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है.
Lata Mangeshkar Passes Away: स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 92 साल की उम्र में रविवार को मुंबई में निधन हो गया है. वो पिछले 29 दिन से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं. 8 जनवरी को लता मंगेशकर की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने लता मंगेशकर के निधन पर गहरा दुख जताया है. सीएम गहलतोत ने राज्य में 2 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है.
राजस्थान में 2 दिनों का राजकीय शोक घोषित
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि, ''भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन पर 6 व 7 फरवरी को दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. इस दौरान सभी सरकारी इमारतों पर लगे राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे व कोई भी राजकीय समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा.''
भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन पर 6 व 7 फरवरी को दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान सभी सरकारी इमारतों पर लगे राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे व कोई भी राजकीय समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 6, 2022
सीएम गहलोत ने जताया दुख
इससे पहले सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा था कि, ''महान गायक भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ. वो भारत की सुरीली आवाज थीं, जिन्होंने अपने 7 दशकों से अधिक लंबे योगदान में भारतीय संगीत को समृद्ध बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.'' उन्होंने कहा कि, उनका निधन संगीत की दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है. भगवान उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों को शक्ति दे. उसकी आत्मा को शांति मिले.
Deeply saddened to know about the passing away of legendary singer Bharat Ratna #LataMangeshkar ji. She was the melodious voice of India, who dedicated her life to enriching Indian music in her more than 7 decades long rich contribution. pic.twitter.com/oIXyl55Xl5
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 6, 2022
13 साल की उम्र में शुरू किया करियर
बता दें कि, लता मंगेशकर ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं. उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है. इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
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