Lata Mangeshkar Passes Away: स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 92 साल की उम्र में रविवार को मुंबई में निधन हो गया. वो पिछले 29 दिन से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं. 8 जनवरी को लता मंगेशकर की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. उनके निधन के बाद देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. राजस्थान (Rajasthan) की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताया है.
हर हिंदुस्तानी के दिल में बनाई जगह
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर कहा कि, ''कहा कि भारतीय पार्श्वगायन की साम्राज्ञी, स्वर कोकिला ‘भारत रत्न’ आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. वे एक प्रखर देशभक्त थी, जिन्होंने अपनी संगीत साधना के माध्यम से हर हिंदुस्तानी के दिल में जगह बनाई थी. लता दीदी ने 7 दशकों तक करीब 30 हजार गानों के माध्यम से अपनी सुरीली आवाज का जादू अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिखेरा है. करोड़ों देशवासियों की तरह मैं भी उनके गानों की प्रशंसक रही हूं. ईश्वर से कामना है कि दिवंगत आत्मा को शान्ति व उनके चाहने वालों को सम्बल प्रदान करें.''
सीएम गहलोत ने जताया दुख
राजस्थान के सीएम गहलोत ने भी लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि, ''महान गायक भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ. वो भारत की सुरीली आवाज थीं, जिन्होंने अपने 7 दशकों से अधिक लंबे योगदान में भारतीय संगीत को समृद्ध बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.'' उन्होंने कहा कि, उनका निधन संगीत की दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है. भगवान उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों को शक्ति दे. उसकी आत्मा को शांति मिले.
2 दिन का राष्ट्रीय शोक
लता मंगेशकर के निधन के बाद देश में 2 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. अब 2 दिन तक तिरंगा ध्वज आधा झुका रहेगा और मिलिट्री वाहन में अंतिम यात्रा रवाना होगी. लता मंगेशकर ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं. उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है. इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
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