Jaipur News: राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में राजस्थान के प्राइवेट डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं.सोमवार को राजधानी जयपुर में प्रदर्शन कर रहे प्राइवेट डॉक्टर्स पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं.इसमें कई डॉक्टर घायल हो गए. कई डॉक्टर्स के कपड़े फट गए.आरोप लगाया कि महिला डॉक्टरों के साथ बदतमीजी की गई.इस घटना के बाद विपक्षी दल के नेताओं ने सरकार पर निशाना साधते हुए निंदा की.
क्या कहना है विपक्षी नेताओं का
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा, "मौजूदा तानाशाह गहलोत सरकार में सत्ता का दंभ अपने चरम पर है.सरकार से असहमत हर आवाज को लाठी से दबाने की कोशिश हो रही है.किसानों, युवाओं और वीरांगनाओं पर लाठीचार्ज के बाद आज डॉक्टरों पर भी लाठीचार्ज किया गया.जनता सब देख रही है और बहुत जल्द जवाब भी देगी."
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी चीफ और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा, "जयपुर में डॉक्टरों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा करता हूं.सरकार को तानाशाही रवैया अपनाने के स्थान पर डॉक्टरों के साथ वार्ता करके उनका समाधान निकालने की जरूरत है. मगर गहलोत सरकार सत्ता के दम पर इस तरह हर आंदोलन को लाठी से कुचलने का प्रयास करती है जो लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है.लाठीचार्ज के इस पूरे मामले में राजस्थान सरकार को त्वरित प्रभाव से दोषी पुलिस अफसरों व पुलिस कार्मिकों के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए."
सरकार से की यह मांग
राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने कहा, "चिकित्सक को भगवान का रूप माना जाता है पर प्रदेश की जनविरोधी सरकार ने विधानसभा के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों पर पुलिस से लाठीचार्ज करवाकर निंदनीय कृत्य किया है. मैं मांग करता हूं कि चिकित्सकों को ससम्मान सुनकर उनकी मांगें पूरी की जाए."
जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, "ये समस्याएं कांग्रेस सरकार की ही देन हैं. राजस्थान ने केंद्र की आयुष्मान योजना लागू नहीं की और दिखावे के लिए अपनी जो योजना लाई,वह मरीजों व अस्पताल दोनों के लिए समस्या बन गई है.अब सुनने-समझने के बजाय डॉक्टरों पर लाठियां चलवा रही है.निकम्मी सरकार का यह कृत्य निंदनीय है."
अजमेर उत्तर से बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा,"गहलोत सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर आई है.सरकार के राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में जयपुर में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे चिकित्सकों पर लाठीचार्ज करना निंदनीय कृत्य है.गहलोत सरकार के इस अहंकार और दमनकारी नीतियों का प्रदेश की जनता उचित जवाब देगी."
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