Rajasthan News: महेंद्रजीत सिंह मालवीय के बाद वागड़ में लगेगा कांग्रेस को झटका? इस वजह से गहराया संकट
Rajasthan Politics: महेंद्र जीत सिंह मालविय के बाद अब कांग्रेस पर एक और बड़े झटके के बादल गहराने लगे हैं. यह संकट है 25 साल से कांग्रेस के कब्जे वाली जिले की प्रमुख सीट का.
Rajasthan Politics: कांग्रेस पार्टी को राजस्थान के आदिवासियों के क्षेत्र वागड़ में कुछ दिन पहले बड़ा झटका लगा था. यह झटका था कांग्रेस सरकार में जल संसाधन मंत्री रहे और लगातार चार बार से विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय बीजेपी में शामिल हुए. अब कांग्रेस को एक और बड़े झटके के बादल गहराने लगे हैं. यह संकट है 25 साल से कांग्रेस के कब्जे वाली जिले की प्रमुख सीट का. यह संकट देखा गया मालवीय बीजेपी में शामिल होने के बाद बांसवाड़ा पहुंचे और बीजेपी के पदाधिकारियों ने स्वागत किया और सभा हुई. सभा में जिले के कई कांग्रेसी नेता भी शामिल हुए. जानिए क्या है यह कांग्रेस का संकट.
25 साल लगातार कांग्रेस के कब्जे में है यह सीट
जिले में विधायक के साथ एक प्रमुख सीट होती है जो ग्रामीण क्षेत्र में पकड़ रखती है. यह है जिला प्रमुख की सीट. बांसवाड़ा जिले की बात करे तो यहां जिला प्रमुख की सीट पिछले 25 साल से कांग्रेस पार्टी के कब्जे में हैं. यहां लगातार कांग्रेस का ही जिला प्रमुख बन रहा है. वर्तमान स्थिति को देखे तो बांसवाड़ा के जिला परिषद में कुल 31 सदस्य हैं. इसमें 20 कांग्रेस, 10 बीजेपी और 1 भारतीय ट्राइबल पार्टी का सदस्य है. इससे देखा जा सकता है इन क्षेत्र में कांग्रेस मजबूत स्थिति में हैं. लेकिन अब इस पर संकट गहरा रहा है.
यह है कांग्रेस पर संकट के बादल
दरअसल चर्चाएं हैं कि महेंद्रजीत सिंह मालवीय जब तक कांग्रेस में थे तब तब कांग्रेस को यहां पूरी तरह से मजबूती थी लेकिन बीजेपी ने शामिल होने के बाद कांग्रेस का एक मजबूत पिलर गिरा. इससे बीजेपी जो काफी पिछड़ी थी, उसके लिए ऑक्सीजन मिली. जिस संकट की हम बात कर ते हैं वह यह है कि पिछले 25 साल से कांग्रेस का जिला प्रमुख है उसमें से पिछले 3 बार से जो जिला प्रमुख हैं वह महेंद्रजीत सिंह मालवीय की पत्नी रेशमा मालवीय है. जब मालवीय की बीजेपी द्वारा स्वागत सभा हुई उसमें रेशमा मालवीय ने मंच साझा किया.
इसके बाद से बीजेपी नेताओं से मिलना हो रहा है. बीजेपी का मंच साझा करने पर चर्चाएं चलने लगी है कि रेशमा मालवीय सहित अन्य जिला परिषद सदस्य बीजेपी ने जा सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो 25 साल कांग्रेस के कब्जे वाली इस जिला प्रमुख सीट पर भी संकट आ सकता है. खास बात यह है कि मालवीय का बेटा भी प्रधान है.
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